दिल्ली पुलिस की एक महिला सब-इंस्पेक्टर ने सोमवार को ट्विटर के माध्यम से बताया कि उसका वकील पति तरुण डबास उसके साथ मार-पीट करता है. दिल्ली महिला आयोग ने भी दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर एफआईआर कॉपी, एक्शन रिपोर्ट और आरोपियों की डिटेल मांगी है. महिला सब-इंस्पेक्टर द्वारा ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो का महिला आयोग ने स्वत संज्ञान लिया है. आयोग ने दिल्ली पुलिस से 16 दिसंबर तक कार्रवाई रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है.
महिला सब-इंस्पेक्टर डोली तेवतिया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हूं. वर्तमान में मातृत्व अवकाश पर हूं. कई महीनों से मुझे मेरे वकील पति तरुण डबास से दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है. आज उन्होंने मुझे दिनदहाड़े पीटा. वह अभी भी आजाद घूम रहा है. कृपया कार्रवाई सुनिश्चित करें. सब-इंस्पेक्टर ने एक औट ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं पिछले कई महीनों से लगातार इस दुर्व्यवहार का सामना कर रही हूं. मिस्टर तरुण डबास एक वकील हैं और व कहते हैं कि उन्हें कोई गिरफ्तार नहीं कर सकता.
महिला ने 11 दिसंबर के दो सीसीटीवी फुटेज भी अपलोड किए हैं. जिसमें उसका पति उसे पीटता और जमीन पर घसीटता हुआ दिखाई दे रहा है. वह उसे दीवार पर पटकने की भी कोशिश करता है. इस दौरान एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले में 11 दिसंबर को नजफगढ़ थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 341, 427 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, तेवतिया के भाई सुमित कुमार ने 13 सितंबर को पुलिस अधिकारियों को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 4 सितंबर को वह बरवाला गांव में स्थित अपनी बहन की ससुराल गया था क्योंकि उसकी बहन को उसके ससुरालवालों के द्वारा बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा था. वहां मुझे मेरी बहन के पति तरुण डी अबास ने जान से मारने की धमकी दी थी.
हालांकि, किसी तरह मैं अपनी बहन के साथ तरुण के घर से बाहर निकलने में कामयाब रहा. धमकी के डर से मैंने 4 सितंबर शाम को करीब 6.16 बजे पहली पीसीआर कॉल की. इसके बाद मैंने 6.20 और 6.22 बजे पुलिस की मदद के लिए एक और पीसीआर कॉल की.
सुमित ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि पुलिस की मदद का इंतजार करते हुए मैंने धीरे-धीरे अपनी कार चलानी शुरू की. कार में मैं और मेरी बहन अपने नवजात बच्चे के साथ थी. इस दौरान मैंने देखा कि तरुण हमारा पीछा कर रहे हैं. इस बीच अचानक तरुण ने मुझे ओवरटेक किया और मेरी कार के आगे अपनी कार को लगा दिया. कार में से 5 से 7 गुंडे निकले, जिन्होंने मुझे और मेरी बहन को पीटा. हालांकि, पीसीआर वैन ने आकर बीच-बचाव किया. सुमित ने कहा, तरुण ने मुझे जान से मारने की खुली धमकी भी दी. इस घटना के बाद तरुण ने मेरी मां को भी फोन किया और उन्हें भी धमकी दी. मेरा पूरा परिवार सदमे में है.
इस बीच, डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला पुलिस अधिकारी को अपने पति के खिलाफ कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा. मैंने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. तुरंत एक एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए और आरोपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. हम महिला अधिकारी को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे. यदि पुलिस अधिकारी राजधानी में सुरक्षित नहीं है, तो अन्य महिलाएं कैसे सुरक्षित हो सकती हैं?
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Source : IANS