logo-image

नोएडा-फरीदाबाद जाने वालों को बड़ी राहत, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने खोला एक रास्ता

दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है.

Updated on: 22 Feb 2020, 07:44 PM

नई दिल्‍ली:

दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार शाम बाइक और कार वालों के लिए एक रास्ता खोल दिया है. हालांकि, बाद में गुटबाजी की वजह से रास्ता बंद कर दिया गया है. इसके बाद फिर एक गुट ने लोगों को थोड़ा रास्ता खोल दिया है. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों का कुछ गुट रास्ता खुलवाने के पक्ष में है तो कुछ गुट इसके विरोध में है.

यह भी पढे़ंः शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं बॉलीवुड अभिनेत्री सुहासिनी मुले, कही ये बड़ी बात

डीसीपी साउथ ईस्ट के अनुसार, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने महज कुछ मिनट के लिए कालिंदी कुंज से ठोकर नंबर 9 शाहीन बाग प्रदर्शन साइट के पास का रोड खुलवाया था, जिसे शाहीन बाग के ही दूसरे प्रदर्शनकारियों ने बंद करवा दिया है. हालांकि, बाद में प्रदर्शनकारियों ने बाइक और कार वालों के लिए थोड़ा-सा खोल दिया है. प्रदर्शनकारियों ने नोएडा से फरीदाबाद जाने वाला रास्ता खुलवाया. इस रास्ते को बाइक और कार वालों के लिए खुलवाया गया है. बता दें कि इस प्रदर्शन से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

9 नंबर सड़क के बैरिकेड एक तरफ से हटा दिया गया है. यह रास्ता ओखला, जामिया की तरफ से आते हुए नाले के रास्ते बाहर वाली कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन की तरफ जाता है. वहां से लोग बाएं हाथ की तरफ मुड़े तो नोएडा की तरफ जा सकते हैं, लेकिन आश्रम, ओखला जामिया होते हुए कोई नोएडा क्यों जाएगा. इस रास्ते के खुलने से सिर्फ ओखला जामिया में रहने वाले लोगों को ही फायदा होगा. नोएडा से ट्रैफिक दिल्ली अभी भी नहीं आ सकता है. कुल मिलाकर जो बैरिकेड हटाया गया है उससे प्रदर्शनकारियों को ही राहत मिलेगी होगी. आम पब्लिक अभी भी परेशान रहेगी. हालांकि, रोड नंबर 13 अभी भी बंद है.

एक बार रास्ता खोलने और फिर बंद करने के प्रकरण में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी एक्सप्रोज हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वैकल्पिक रास्ता पुलिस ने रोक रखा है, लेकिन प्रदर्शनकारियों के एक धड़े ने आज जब रास्ता खोला तो दूसरे धड़े ने बंद करवा दिया. इससे साफ हो गया कि इन रास्तों पर पूरा अवैध कब्जा इन्हीं प्रदर्शनकारियों का है.

वहीं, इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री सुहासिनी मुले (Suhasini Mulay) शनिवार देर शाम शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उनका दर्द जाना. उन्होंने कहा कि मैं आपका समर्थन करती हूं. सुहासिनी मुले नेशनल अवॉर्ड विनर हैं. आपको बता दें कि सुहासिनी मुले एक सशक्त अभिनेत्री हैं. साथ ही वह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता भी है, जिन्होंने चार बार अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है.

यह भी पढे़ंः Corona virus: वुहान में भारत के विमान भेजने को मंजूरी देने में देरी कर रहा है चीन: आधिकारिक सूत्र

प्रदर्शनकारियों ने रखीं ये सात शर्तें

- प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए

- सुरक्षा की गारंटी सुप्रीम कोर्ट ले और लिखित में दें

- प्रदर्शनकारियों को किसी टीन शेड में कवर किया जाए

- शाहीनबाग और जामिया के लोगों पर जो केस चल रहे हैं उसे वापस लिया जाए

- जामिया में पुलिस की भूमिका की जांच हो

- प्रदर्शन शाहीनबाग में ही चलने दिया जाए

- शाहीनबाग पर जिन जिन नेताओं ने अभद्र टिप्पड़ी की हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए