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भारत में कोरोना वायरस का दूसरा मामला आया सामने, 330 लोग वुहान से निकाले गये

केरल के स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि इस छात्र को अलप्पुझा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में पृथक वार्ड में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है.

Updated on: 03 Feb 2020, 06:08 AM

दिल्ली:

वुहान से केरल लौटे एक विद्यार्थी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ भारत में इस बीमारी का दूसरा मामला रविवार को दर्ज किया गया, जबकि और 323 भारतीयों तथा सात मालदीववासियों को इस चीनी शहर से विमान से लाया गया. इसके साथ ही, चीन से अब तक 654 लोग निकाले जा चुके हैं. सरकार ने चीनी यात्रियों और वहां रह रहे विदेशियों के लिए ई वीजा की सुविधा अस्थायी रूप से निलंबित करने की भी घोषणा की और नया परामर्श जारी कर कहा कि 15 जनवरी के बाद से चीन की यात्रा करने वालों को पृथक केंद्र में रखा जाएगा.

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यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब वुहान में इस बीमारी से अबतक 300 से अधिक लोगों की जान चा चुकी है और यह विषाणु 25 देशों में फैल चुका है. इस बीच विदेश मंत्री ने दुनिया में कहीं भी मुश्किल में फंसे भारतीयों तक पहुंचने को लेकर मोदी सरकारी की प्रशंसा की और वुहान से 600 से अधिक भारतीयों को निकालने का हवाला दिया. केरल में दो मामले सामने आये हैं जहां करीब करीब 200 लोग अस्पतालों और घरों में चिकित्सकीय निगरानी में हैं. केरल सरकार ने एक बयान में कहा कि दूसरा मरीज भी चीन के वुहान में विद्यार्थी है. वह 24 जनवरी को केरल लौटा था.

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केरल के स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि इस छात्र को अलप्पुझा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में पृथक वार्ड में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है. पहला मामला बृहस्पतिवार को त्रिशूर से सामने आया था. वुहान से लौटी एक मेडिकल छात्रा के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद केरल को हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि बड़ी संख्या में राज्य के छात्र वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं. एअर इंडिया की दूसरी उड़ान वुहान से मालदीव के सात नागरिकों समेत 330 यात्रियों को लेकर आयी.

उनमें से 300 को यहां आईटीपीबी छावला कैंप में रखा गया है और 30 सेना के मानसेर कैंप में हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उनकी प्रभावी ढंग से निगरानी की जा रही है. अधिकारियों के अनुसार शनिवार को 324 भारतीय वुहान से निकाले गये थे और उन्हें सेना एवं आईटीबीपी के पृथक केंद्रों में रखा गया था. वैसे उनमें से कोई भी परीक्षण में पोजिटिव नहीं पाया गया है. सरकारी अधिकारियों द्वारा साझे किये गये एक वीडियो में मानेसर में छह विद्यार्थी जश्न मनाते, सेल्फी लेते हुए नजर आ रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ विद्यार्थी खुश हैं क्योंकि उन्हें वहां प्रभावित क्षेत्र से निकाल लिया गया है.

आप उन्हें नाचते और वीडियो बनाते हुए देख सकते हैं. उनके चेहरे मास्क से ढके हैं.’’ विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘आज एअर इंडिया की दूसरी उड़ान से 323 भारतीयों के साथ मालदीव के सात नागरिकों को वुहान से लाया गया. हम अपने पड़ोसी का ध्यान अपने से पहले रखते हैं.’’ एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि एअर इंडिया की पहली उड़ान में साथ गए राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के पांच डॉक्टर दूसरी उड़ान में भी मौजूद थे. एअर इंडिया के पहले विमान से लाए गए 324 लोगों में से 56, 53 और 42 क्रमश: आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को नया यात्रा परामर्श जारी कर लोगों से हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के मद्देनजर चीन की यात्रा नहीं करने का आह्वान किया और कहा कि पड़ोसी देश से लौटने वाले यात्रियों को पृथक केंद्र में रखा जा सकता है. कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में नया परामर्श जारी करने का निर्णय लिया गया. रविवार को 445 उड़ानों के 58,658 यात्रियों का कोरोना वायरस को लेकर परीक्षण किया गया.

समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत 142 यात्रियों को लक्षण के आधार पर पृथक केंद्रों में रखा गया है. जयशंकर ने दिल्ली में एक तमिल एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा है कि पहले समस्याएं टालने वाला नजरिया होता था और कोई भी मुश्किल फैसला नहीं लेना चाहता था लेकिन अब ऐसा नहीं है. उन्होंने इस संदर्भ में अनुच्छेद 370 हटाए जाने और संशोधित नागरिकता कानून लाने का हवाला दिया.