डीयू छात्र संघ चुनाव लड़ने में छात्रों की मदद करेगा ASAP, 25 अगस्त तक करें आवेदन: सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा, आवेदन करने वाले छात्रों को डूसू के लिए 50 और कॉलेजों के लिए 10 प्रस्तावक देने के साथ एक मिनट की वीडियो और 500 शब्दों में अपना उद्देश्य बताना होगा

सौरभ भारद्वाज ने कहा, आवेदन करने वाले छात्रों को डूसू के लिए 50 और कॉलेजों के लिए 10 प्रस्तावक देने के साथ एक मिनट की वीडियो और 500 शब्दों में अपना उद्देश्य बताना होगा

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Mohit Saxena
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saurabh bharadwaj

saurabh bharadwaj Photograph: (social media)

आम आदमी पार्टी की छात्र विंग एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) ने दिल्ली विश्वविद्यालय और उससे जुड़े कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की। शुक्रवार को एसैप से जुड़े छात्रों के साथ ‘आप’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज एलान किया कि एसैप डीयू छात्र संघ चुनाव लड़ने में छात्रों की मदद करेगा। इसके लिए इच्छुक छात्र 15 से 25 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि समान्य घरों से आने वाले जो छात्र योग्यता के बावजूद पैसे के अभाव में डूसू का चुनाव नहीं लड़ पाते हैं। उनको एसैप चुनाव लड़वाएगा। 

अपना उद्देश्य भी बताना होगा

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छात्रों को डूसू का चुनाव लड़ने के लिए 50 और कॉलेजों के लिए 10 प्रस्तावक देने होंगे। साथ ही एक मिनट की वीडियो और 500 शब्दों में अपना उद्देश्य भी बताना होगा। एसैप का उद्देश्य वैकल्पिक राजनीति के जरिए प्रजातंत्र को जड़ से मजबूत करना है, ताकि छात्र साफ-सुथरी राजनीति को चुनें। “आप” के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को लेकर शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता की। उन्होंने सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गांधी, सरदार पटेल और तमाम स्वतंत्रता सेनानियों ने इस देश को आजाद करवाया। 

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे प्रजातंत्र के चेन की शुरुआत छात्र राजनीति से होती है। कॉलेजों और यूनिवर्सिटी का छात्र संघ चुनाव पहला मौका होता है, जब एक छात्र लोकतंत्र को सबसे पहले प्रत्यक्ष  रूप से देखता है। 17-18 साल की उम्र में बच्चे कॉलेज में आते हैं और छात्र राजनीति से उनका दृष्टिकोण बनना शुरू होता है कि राजनीति और लोकतंत्र क्या है। देश की राजधानी में स्थित दिल्ली यूनिवर्सिटी विश्व की सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। डीयू में होने वाली छात्र संघ की राजनीति पूरे देश का राजनीतिक दृष्टिकोण भी तय करती है। 

साफ-सुथरी छात्र संघ की राजनीति का आगाज 

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एसैप ने जड़ों से प्रजातंत्र को मजबूत करने की ठानी है और स्वतंत्रता दिवस के दिन इसकी एक छोटी शुरुआत करने जा रहा है। इस साफ-सुथरी छात्र संघ की राजनीति का आज से आगाज हो रहा है। हम चाहते हैं कि जो बच्चे छात्र संघ चुनाव लड़ रहा है, उनका चयन भी पारदर्शी प्रक्रिया से किया जाए। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एसैप दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र संघ चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्र-छात्राओं से आज से आवेदन आमंत्रित कर रहा हैं। अगर कोई छात्र डीयू या उससे संबंधित कॉलेज में छात्र संघ चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हैं और उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है, वह एक समान्य परिवार से हैं, लेकिन उसके पास चुनाव लड़ने की योग्यता है, तो उसी योग्यता के आधार पर एसैप उनका आकलन करेगा। अगर वह छात्र उपयुक्त उम्मीदवार दिखता है, तो आम आदमी पार्टी की स्टूडेंट विंग एसैप उसको डीयू के छात्र संघ का चुनाव लड़ाएगी। 

15 अगस्त से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसके लिए हमने कुछ योग्यताएं भी तय की हैं। अगर छात्र कॉलेज का छात्र संघ चुनाव लड़ना चाहता है तो उनको अपने कॉलेज के 10 छात्रों के समर्थन का प्रस्ताव लाना होगा और अगर छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ का चुनाव लड़ना चाहता है तो उसे पांच अलग-अलग कॉलेजों के 50 साथी छात्रों के समर्थन का प्रस्ताव लाकर देना होगा। प्रस्ताव में वह छात्र यह कहें कि वह उस छात्र-छात्रा को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। 15 अगस्त से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और 25 अगस्त तक आवेदन दे सकते हैं। साथ ही, छात्र को वोट करने की अपील करते हुए एक मिनट का वीडियो बनाकर देना होगा। अगर वह छात्र-छात्रा एक मिनट के वीडियो से हमें प्रभावित कर सकता है, तो वह साथी छात्रों को भी प्रभावित कर सकता है। इससे उसका आंकलन हो जाएगा। वहीं, 200 से 500 शब्दों में छात्र को बताना होगा कि वह क्यों और कैसे चुनाव जीत सकता है? ‘आप’ छात्र विंग एसैप की यह एक आदर्श राजनीतिक व्यवस्था की शुरुआत है। 

इस दौरान बुराड़ी से “आप” विधायक संजीव झा ने कहा कि यह एक ऐसी शुरुआत है, जहां बच्चों की प्रतिभा उनकी गाड़ियों या पैसों से नहीं, बल्कि उनकी अपनी क्षमता से मापी जाएगी। छात्रों में नेतृत्व की क्षमता और वक्तव्य कैसा है। उसमें यह सारे मानदंड होने चाहिए। अगर राजनीति को साफ करनी है, तो शुरुआत कॉलेज से ही करनी पड़ेगी। यह जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी के छात्र विंग एसैप ने अपने कंधे पर लिया है। सारे बच्चे जो चाहते हैं कि राजनीति में बदलाव आए। 

AAP Aam Adami Party ASAP
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