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सौरभ भारद्वाज का भाजपा पार्षद संजय ठाकुर पर हमला, उगाही का लगाया आरोप

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में गुरूवार को प्रेसवार्ता को संबोधित किया. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ दिनों पहले सीबीआई ने वसंत कुंज के भाजपा पार्षद को रंगे हाथ पैसे लेते हुए पकड़ा था.

Updated on: 08 Apr 2021, 06:15 PM

highlights

  • पार्षद संजय ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की कई शिकायतें लोगों ने दर्ज करायी हैं
  • दिल्ली पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है- सौरभ भारद्वाज
  • 'संजय ठाकुर भाजपा सांसद मनोज तिवारी का करीबी है'

नई दिल्ली :

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बिल्डिंग बनाने के लिए पैसे मांगने पर भाजपा के पार्षद संजय ठाकुर का लोगों ने घेराव किया है. संजय ठाकुर का काम बिल्डरों के साथ मिलकर बिल्डिंग बनाना है. जब कोई दूसरा बिल्डिंग बनाता है तो उससे जबरन पैसे मांगता है. पार्षद संजय ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की कई शिकायतें लोगों ने दर्ज करायी हैं. दिल्ली पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि जमीनों पर कब्जा करने वालों की जांच करने के लिए 1997 में बनायी गई एसटीएफ ने पहली एफआईआर संजय ठाकुर के ऊपर दर्ज की थी. संजय ठाकुर ने सरकारी जमीन पर कब्जा करके अपना घर बनाया हुआ है. संजय ठाकुर भाजपा सांसद मनोज तिवारी का करीबी है. एक शिकायत में मनोज तिवारी के नाम का भी जिक्र है. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता बताएं कि पार्षद के ऊपर क्या कार्रवाई की गई है. भाजपा द्वारा इस तरह के भ्रष्ट लोगों को टिकट दिए गए हैं. इसबार फिर भाजपा अपने सारे पार्षदों को बदलकर नए लोगों को टिकट देगी.

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ दिनों पहले सीबीआई ने वसंत कुंज के भाजपा पार्षद को रंगे हाथ पैसे लेते हुए पकड़ा था. सीबीआई को शिकायत मिली थी कि भाजपा शासित एमसीडी के अंदर बिल्डिंग बनाने के लिए जूनियर इंजीनियर पैसे मांग रहा है. सीबीआई ने वहां जब छापा मारा तो भाजपा पार्षद रंगे हाथों पैसे लेते हुए पकड़ा गया था. पार्षद रिश्वत में 10 लाख रुपये की पहली किस्त ले रहा था. 20 लाख रुपए में पूरा सौदा हुआ था. वसंत कुज के रिश्वतखोर पार्षद मनोज महलावत बेल पर छूट गए हैं. मगर सीबीआई ने उनको गिरफ्तार करने, चार्जशीट पेश करने और बेल पर छूटने के बारे में कोई प्रेस रिलीज जारी नहीं की है. इसका कारण आप समझ सकते हैं कि ये भाजपा के पार्षद हैं. सीबीआई ने गलती से उन पर हाथ डाल दिया. अब सीबीआई इसके बारे में बिल्कुल चुप है.

उन्होंने कहा कि नगर निगम के 2017 में हुए चुनाव में अमित शाह ने सोचा कि हमारे पार्षद दोबारा कैसे जीत सकते हैं. ऐसे में नई स्कीम बनाई कि सारे पार्षदों को बदल दिया जाए. क्योंकि पुराने पार्षद जनता में बहुत बदनाम थे. ऐस में नई उम्मीद नई उड़ान, दिल्ली मांगे कमल निशान के नाम से अभियान चलाया और कहा कि हमने सारे पुराने पार्षद बदल दिए हैं.  महलावत के बाद आज एक और भाजपा के हीरे के बारे में बता रहे हैं. ये दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के वार्ड 71 एस स्थित सैदूललाजाब वार्ड के पार्षद संजय ठाकुर हैं. 

वीडियो दिखाते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह कल दोपहर का मामला है. पार्षद संजय ठाकुर सी-69, फ्रीडम फाइटर कॉलोनी की निर्माणाधीन इमारत में पहुंचे. जहां पर पैसे के लेनदेन पर पार्षद के साथ लोगों की कहासुनी शुरू हो गई. पार्षद भाग कर दूसरी इमारत में घुस गए. लोगों ने उस इमारत का घेराव कर शोर मचाना शुरू कर दिया. खास बात है कि बड़ी संख्या में मौजूद लोगों का नेतृत्व भाजपा की दिल्ली प्रदेश महामंत्री संतोष गोयल कर रही थी. इसके अलावा उनके परिवार के लोग भी भाजपा के पार्षद के खिलाफ रोष प्रकट कर रहे थे. भाजपा नेत्री कह रही है कि संजय ठाकुर 100 बिल्डिंग बना रहा है. संजय ठाकुर का असली काम बाकी बिल्डरों के साथ मिलकर इमारत बनाना है. इनके अलावा जब कोई दूसरा बिल्डिंग बनाता है तो जबरन उनसे पैसे मांगते हैं.

सौरभ ने कहा कि लोगों की ओर से वहां पर पुलिस भी बुलाई गई है और वहां पर पुलिस अफसर भी मौजूद थे. इसके बावजूद दिल्ली पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है. पैसे के लेनदेन से लेकर लड़ाई झगड़े का कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. मामले को रफा-दफा करा दिया गया है.

उन्होंने कहा कि पार्षद संजय ठाकुर काफी प्रसिद्ध आदमी है. भाजपा ने इनको टिकट शायद इसी प्रसिद्धि के कारण दिया है. 1997 में ग्रामसभा और वन विभाग की जमीनों पर कब्जा करने के लिए एसटीएफ बनायी गई. एसटीएफ ने तब 1997 में पहली एफआईआर इन्हीं के ऊपर दर्ज की थी और उस एफआईआई का नंबर 1/97 है. एफआईआर उस एड्रेस पर दर्ज की गई है जहां पर संजय ठाकुर आज भी रहते हैं. उस एफआईआर में बताया गया कि कैसे इन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करके अपना घर बनाया हुआ है.

सौरभ ने बताया कि एसटीएफ के अलावा संजय ठाकुर के ऊपर 10 जून 2020 को एक और शिकायत दर्ज कराई. ग्रेटर कैलाश निवासी तिलकराज आर्य ने शिकायत दर्ज करायी कि संजय ठाकुर और उनकी पत्नी सीमा ठाकुर ने ए-17, फ्रीडम फाइटर कॉलोनी में उनकी इमारत पर जबरदस्ती कब्जा करके फर्जीवाड़ा कर लोगों को बेच दिया. संजय ठाकुर के अप्रैल 2017 में पार्षद बनने के बाद उनके ऊपर भरोसा कर इमारत किराए पर दी थी. 2019 में उन्होंने मेरे सारे फ्लैट फर्जी कागज बनाकर बेच दिए. संपत्ति के कागज फर्जी तरीके से अपनी बीवी के नाम पर बनाकर चारों फ्लैट दूसरे लोगों को बेच दिए.

इसके अलावा ठीक इसी तरह का मामला 9 जनवरी 2020 को सामने आया. पटना के सेवानिवृत प्रोफेसर और पूर्व बिहार एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष ने शिकायत दर्ज करायी कि ए-1/ 53 स्थित इनकी जमीन को संजय ठाकुर ने जाली कागजात बनाकर तीसरे आदमी को बेच दिया. यह शिकायत डीसीपी, एसएचओ, पुलिस आयुक्त से दो बार की गई. 

संजय ठाकुर के खिलाफ इसी तरह की शिकायत धनंजय प्रसाद मिश्रा ने लिखी है. ए-131, थर्ड फ्लोर, फ्रीडम फाइटर कॉलोनी को लेकर जालसाजी की शिकायत की गई. रोचक बात है कि इसमें भाजपा के सांसद मनोज तिवारी का नाम भी लिखा है. दिल्ली की राजनीति को समझने वाले लोग जानते हैं कि संजय ठाकुर को मनोज तिवारी का काफी करीबी माना जाता है. धनंजय प्रसाद मिश्रा ने शिकायत में बताया कि संजय ठाकुर के मामले में सांसद मनोज तिवारी के भतीजे नीरज तिवारी ने गोली मारने की धमकी दी. इसके अंदर भी डीसीपी, पुलिस आयुक्त और एसएचओ को दो बार शिकायत दी जा चुकी है.

उन्होंने कहा कि लोगों की जमीनों पर कब्जा कर गैरकानूनी तरीके से बेचने वाले लोग पार्षद बन जाते हैं, ये बड़ी हैरानी की बात है. जिनके ऊपर खुद सरकार की एसटीएफ ने जमीन कब्जा कराने की एफआईआर दर्ज कराई हो, अगर ऐसे आदमी निगम पार्षद बन जाएं तो वह जनता के लिए क्या करेंगे.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि संजय ठाकुर को 20 जनवरी 2021 को बिजली चोरी का नोटिस दिया गया. बीएसईएस ने इनके घर 4 जनवरी 2021 को छापा मारा. जिसमें पता चला कि वह बिजली चोरी कर रहे हैं और बिजली मीटर इनकी पत्नी सीमा ठाकुर के नाम पर है. ऐसे में सीमा ठाकुर के पर जुर्माना लगाया गया. चोरी पकड़ने जाने पर बदनामी ज्यादा ना हो इसलिए जुर्माने के साथ 3.40 लाख का बिजली बिल जमा कर दिया गया है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस तरीके के भ्रष्ट लोगों को भाजपा द्वारा टिकट दिए गए है. दिल्ली वालों को बताना चाहता हूं कि इस बार दोबारा भाजपा अपने सारे पार्षदों को बदलकर नए लोगों को टिकट देगी. मगर उससे कोई फर्क नहीं पड़ा है. पुराने भाजपा के पार्षदों ने भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड कायम किए लेकिन अब नए पार्षदों ने पुराने रिकॉर्ड भी तोड़ दिए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के एक और पार्षद को लेकर सोमवार को बड़ा खुलासा करेंगे. भाजपा के पार्षद जनता पर डकैती मार रहे हैं. हम आपको भाजपा का असली चेहरा दिखाएंगे.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आदेश गुप्ता खुद पार्षद हैं और पार्षदों के सब धंधों को समझते हैं. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से अपील है कि उनके पार्षद के बारे में जो दस्तावेज और वीडियो आज दिखाए हैं उनपर प्रेसवार्ता कर स्थिति स्पष्ट करें कि भाजपा ने अपने पार्षद के ऊपर क्या कार्रवाई की है.