/newsnation/media/post_attachments/images/2022/09/22/satyendar-jain-83.jpg)
Satyendar Jain ( Photo Credit : FILE PIC)
सत्येंद्र जैन की ज़मानत याचिका को दूसरे जज के पास ट्रांसफर कराने की ED की मांग वाली याचिका पर राउज़ एवेन्यू कोर्ट में जिला जज पास मामले की सुनवाई शुरू हो गई है. इस दौरान ED की तरफ से ASG राजू ने दलील देते हुए कहा कि ED अगर मेडिकल रिपोर्ट पर आपत्ति जाता रही है तो उसको कोर्ट को मानना चाहिए था. सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री थे उनके सरकारी अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट आई थी, वह मेडिकल रिपोर्ट पूरी तरह से गलत थी। ASG राजू ने कहा सत्येंद्र जैन ने न्याययिक हिरासत में ज़्यादातर समय अस्पताल में बिताया, हमने सारे दस्तावेज़ कोर्ट में पेश किया था।
ASG राजू ने कहा कि सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री थे तो उनके सरकारी अस्पताल से मैनेज की हुई मेडिकल रिपोर्ट आई, यह पूरी तरह से साफ है कि सत्येंद्र जैन अस्पताल को मैनेज कर रहे थे, दिल्ली हाई कोर्ट ने जांच का आदेश दिया तो सत्येंद्र जैन को अस्पताल से तुरंत डिस्चार्ज कर दिया गया। ED की तरफ से ASG राजू ने कहा कि आम आदमी भी यह समझ सकता है एक व्यक्ति जो मंत्री है वह अस्पताल की रिपोर्ट को प्रभावित कर सकता है, लेकिन जज ने इस बात पर ज़रा भी ध्यान नहीं दिया।ASG राजू ने कहा कि सत्येंद्र जैन जेल मंत्री भी थे और जेल पर अपना प्रभाव रखते थे। ED की तरफ से ASG राजू ने कहा कोर्ट को हमने बताया था सत्येंद्र जैन को अस्पताल में कोई ऑक्सीजन नहीं दी जा रही थी वह अस्पताल में आराम से रह रहे थे, कोई ऑक्सीजन मास्क उनको नहीं लगाया गया था।
ASG राजू ने कहा कि जब भी हमने कहा कि अस्पताल में कुछ गलत हो रहा है उसपर कोर्ट ने ध्यान नहीं दिया, सत्येंद्र जैन जेल मंत्री थे यह भी कोर्ट को बताया गया लेकिन कोर्ट ने इसपर भी ध्यान नहीं दिया। ED की तरफ से ASG राजू ने कहा कि हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि LNJP अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट पर निचली अदालत संज्ञान नहीं लेगी, इसका मतलब यह है जज को पता था LNJP में कुछ गड़बड़ हो रही है।
Source : Avneesh Chaudhary