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नगर निगमों में 2500 करोड़ रुपये के ‘घोटाले’ को लेकर दिल्ली विधानसभा में हंगामा

दिल्ली नगर निगम के मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में सियासी घमासान मचा हुआ है. इस मुद्दे पर एमसीडी पर काबिज बीजेपी और दिल्ली सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं.

Updated on: 18 Dec 2020, 01:57 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली नगर निगम के मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में सियासी घमासान मचा हुआ है. इस मुद्दे पर एमसीडी पर काबिज बीजेपी और दिल्ली सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं. दोनों के बीच एक-दूसरे पर एमसीडी में घोटाले के आरोप लगाए जा रहे हैं. शुक्रवार को इस मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ. एमसीडी किराए माफी मामले पर आम आदमी पार्टी के विधायक सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. आप पार्टी नगर निकाय में 2400 करोड़ रुपये की अनियमितताओं का आरोप बीजेपी पर लगा रही है. तो बीजेपी भी सत्तारूढ़ दल पर घोटाले करने का आरोप लगा रही है.

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आज आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने भाजपा नीत नगर निगमों में 2,500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की. सत्र शुरू होते ही आप के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए और नारे लगाने लगे. सदन में पार्टी के विधायकों ने नगर निगमों में 2500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाने वाला बड़ा पोस्टर भी लहराया. विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी क्योंकि व्यवस्था बनाए रखने और कार्यवाही जारी रखने के उनके प्रयास के बाद भी आप के विधायक बैनर दिखाते हुए नारे लगा रहे थे.

आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी किराया माफी मामले की सीबीआई जांच की मांग का प्रस्ताव सदन में पेश किया. उन्होंने आरोप लगाया, 'एक लाख बिल्डिंग अगर दिल्ली में बनती है और एक से ये (बीजेपी) 10 लाख भी लेते हैं, तो बीते 14 साल में इन्होंने 14 हजार करोड़ का घोटाला किया है. हम तो घोटाले में भी कन्सेशन करके ढाई हजार करोड़ ही मांग रहे हैं.' उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से बीजेपी के पार्षद मुख्यमंत्री के घर के बाहर धरने पर बैठे हैं.

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सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'दिल्ली की मजबूरी है कि उन्होंने अपनी बेटी MCD, लालची सास (बीजेपी) को दे दी. ये वो लालची सास है जिसने पहले स्कूटर मांगी, फिर बुलेट मांगी, फिर गाड़ी मांगने लगी. फिर मर्सडीज मांगने लगे. इन्होंने सोचा मर्सडीज के बारे में चिठ्ठी सारे रिश्ते दरों को दे देते हैं, वरना नहीं मानेंगे. दिल्ली वाले कह रहे हैं हमारी बेटी हमें वापस दे दो, हमें नहीं ब्याहनी तुम्हारे यहां. अब लालची सास ने कहा कि इनको बदनाम करेंगे. पूरी दिल्ली में 13 हजार करोड़ के बैनर लगा दिए. ये आंकड़ा कहां से आया किसी को नहीं पता.'

आप विधायक के भाषण पर हंगामा हो गया. सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई. फिर से कार्यवाही शुरू होने पर सदन में बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने सदन में AAP विधायकों की भाषा पर आपत्ति जताई. विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कार्यवाही संचालित करने की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया. विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि कि 3 डिग्री 4 डिग्री में महिला पार्षद मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैठी हैं. पंचायती राज व्यवस्था का यहां मर्डर किया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने बहुत बड़ा घोटाला किया है.

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विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया, 'मुख्यमंत्री सड़क योजना की आड़ में 1000 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया. ये नगर निगम का पैसा था. लेकिन मुख्यमंत्री सड़क योजना के नाम पर कुछ चंद विधायकों को पैसे बांटे गए. एक विधायक को 80 करोड़ रुपया.'  उन्होंने कहा, 'सदन की बैठक एक दिन और बढ़ाइए, फिर सदस्यों से मुख्यमंत्री सड़क योजना का ब्यौरा मंगाकर सदन में चर्चा करा लीजिए.' विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि 31,428 करोड़ रुपया लोन दिल्ली जल बोर्ड ने लिया है. जल बोर्ड का सालाना बजट है 2392 करोड़ और ब्याज 2973 करोड़ दे रहे हैं.