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LG के इनकार के बाद बंद हुआ रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान: AAP

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार से शुरू होने वाला रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि एलजी ने फाइल को मंजूरी देने में अत्यधिक देरी की है, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा- धूल, बायोमास जलाना, और वाहन प्रदूषण दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य योगदानकर्ता हैं. रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान दिल्ली में वाहनों के प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अभियान शुक्रवार से शुरू होने वाला था, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, एलजी दिल्ली सरकार के इस शानदार प्रयास पर धरने पर बैठे हैं. इस संबंध में उन्हें भेजी गई फाइल अभी भी अनुमोदन के लिए लंबित है. ऐसे में एलजी की चुप्पी दिल्लीवासियों के साथ-साथ पर्यावरणविदों की भी चिंता बढ़ा रही है.

Updated on: 28 Oct 2022, 12:58 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार से शुरू होने वाला रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि एलजी ने फाइल को मंजूरी देने में अत्यधिक देरी की है, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा- धूल, बायोमास जलाना, और वाहन प्रदूषण दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य योगदानकर्ता हैं. रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान दिल्ली में वाहनों के प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अभियान शुक्रवार से शुरू होने वाला था, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, एलजी दिल्ली सरकार के इस शानदार प्रयास पर धरने पर बैठे हैं. इस संबंध में उन्हें भेजी गई फाइल अभी भी अनुमोदन के लिए लंबित है. ऐसे में एलजी की चुप्पी दिल्लीवासियों के साथ-साथ पर्यावरणविदों की भी चिंता बढ़ा रही है.

राय ने कहा कि दिल्ली में सर्दी के मौसम में प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने 15 सूत्री शीतकालीन कार्य योजना तैयार की है, जिस पर युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा- वाहनों के प्रदूषण को रोकने के लिए, हमारी सरकार ने 2020 में रेड लाइट ऑन, गाडी ऑफ का अभियान सफलतापूर्वक चलाया था और उसके बाद, यह अभियान 2021 में भी सफलतापूर्वक चलाया गया था. इस साल भी कल यानी 28 अक्टूबर से यह अभियान पूरी दिल्ली में लागू होना था, लेकिन दुर्भाग्य से 21 तारीख को मुख्यमंत्री ने इससे जुड़ी फाइल उपराज्यपाल् को भेजी थी, लेकिन उन्होंने फाइल को मंजूरी नहीं दी.

उन्होंने आगे कहा कि यह उनकी समझ से परे है कि एलजी के पास हर रोज मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का समय है, लेकिन उनके पास इस महत्वपूर्ण काम के लिए समय नहीं है. हम सभी जानते हैं कि जब कोई व्यक्ति दिल्ली में अपने वाहन के साथ निकलता है, तो वह कम से कम 10 से 12 लाल बत्ती से गुजरता है. इंडियन पेट्रोलियम कंज्यूमर एसोसिएशन के एक सर्वेक्षण के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति लाल बत्ती होने पर भी वाहन को चालू रखने के कारण लगभग 25 से 30 मिनट के लिए बेकार में ईंधन जलाता है. इसलिए लाल बत्ती पर, यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने वाहन को बंद कर देता है, तो लगभग 15 से 20 प्रतिशत वाहन प्रदूषण को कम किया जा सकता है. इस साल भी, रेड लाइट ऑन, गाडी ऑफ अभियान के माध्यम से, लगभग 2,500 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जाना था और दिल्ली के 100 सबसे व्यस्त चौराहों पर तैनात किया जाना था.

उन्होंने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उपराज्यपाल द्वारा फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करने के कारण हमें इस महत्वपूर्ण अभियान को स्थगित करना पड़ा है.