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किसान आंदोलन: लाल किला बंद, मंडी हाउस समेत इन मेट्रो स्टेशनों के दरवाजे भी क्लोज

सोमवार को चंडीगढ़ में किसान नेता और केंद्रीय मंत्रियों के बीच हुई पांच घंटों की बातचीत हुई. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा और नित्यानंदन राय शामिल थे, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी चाहते थे, लेकिन इस पर बातचीत नहीं बनी. जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया.

Updated on: 13 Feb 2024, 03:31 PM

नई दिल्ली:

किसानों के दिल्ली चलो को देखते हुए पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने में जुटे हैं. इसको देखते हुए लाल किला को बंद कर दिया गया है. लाल किला के मुख्य दरवाजे पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशनों के गेट भी ताले लगा दिए गए हैं. पहले केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन का गेट बंद किया गया था, लेकिन किसान आंदोलन की बढ़ती भीड़ को देखते हुए  लोक कल्याण मार्ग, खान मार्केट, पटेल चौक, राजीव चौक, बाराखंभा, मंडी हाउस समेत 9 मेट्रो स्टेशन के गेट बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली मेट्रो ने बताया कि सुरक्षा कारणों से कई स्टेशन के गेट्स बंद किए गए हैं. 

गौरतलब है कि सोमवार को चंडीगढ़ में किसान नेता और केंद्रीय मंत्रियों के बीच हुई पांच घंटों की बातचीत हुई. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा और नित्यानंदन राय शामिल थे, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी चाहते थे, लेकिन इस पर बातचीत नहीं बनी. जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया.  किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं. पूरी दिल्ली में  में धारा 144 लागू कर दी गई हैं. शहर में ट्रैक्टर ट्रॉलियों की अनुमति नहीं है. सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर है.

शंभू बॉर्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए
सिंघु बॉर्डर, शंभू बॉर्डर, गाजिपुर बॉर्डर समेत दिल्ली आने वाली सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. किसानों को बॉर्डर पर रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन शंभू बॉर्डर पर किसान का जत्था बैरिकेट्स तोड़ने पर अड़े रहे. इसपर  पुलिस प्रशासन ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं.