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जेएनयू हिंसा के विरोध में साबरमती हॉस्टल के वार्डन ने दिया इस्तीफा( Photo Credit : File Photo)
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जेएनयू हिंसा के विरोध में साबरमती हॉस्टल के वार्डन ने दिया इस्तीफा( Photo Credit : File Photo)
जेएनयू हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए साबरमती हॉस्टल के वार्डन आर मीणा ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देते हुए आर मीणा ने कहा, छात्रों की सुरक्षा प्रदान करना उनकी जिम्मेदारी थी और वह इसमें असफल रहे. इससे पहले JNU में एक दिन पहले हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने अपनी ओर से एफआईआर दर्ज कर ली है. दूसरी ओर, अस्पताल में भर्ती 23 घायल छात्रों को छुट्टी दे दी गई है. जेएनयू में हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के पास तीन शिकायतें आई थीं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमें JNU की हिंसा पर कई शिकायतें मिली हैं, जिनपर हम जांच शुरू करेंगे. JNU हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह करेंगी. उनके नेतृत्व में 4 इंस्पेक्टर और दो एसीपी भी जांच टीम में शामिल होंगे.
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इस बारे में गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात भी की. बताया जा रहा है कि अमित शाह ने उपराज्यपाल से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के प्रतिनिधियों को बुलाकर वार्ता करने को कहा है. उधर, देवेंद्र आर्य, डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) ने कहा, हमने कल जेएनयू में हुई हिंसा का संज्ञान लिया है और एक एफआईआर दर्ज की है. उन्होंने कहा, सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी.
R. Meena, senior warden of Sabarmati Hostel of Jawaharlal Nehru University (JNU) has resigned stating, 'we tried but could not provide security to hostel.' #JNUViolence pic.twitter.com/9K68Fe1LIX
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है. कुलपति ने कहा, विश्वविद्यालय सभी छात्रों के लिए अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की सुविधा देने के लिए हमेशा उपलब्ध है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका पंजीकरण बिना किसी बाधा के संपन्न होंगे. एम. जगदीश कुमार ने कहा, उन्हें प्रक्रिया से डरने की जरूरत नहीं है. विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है.
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JNU कैंपस में 8 अक्टूबर से फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रसंघ समेत आम छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के विरोध में छात्रों ने दिसंबर में सेमेस्टर एग्जाम का बहिष्कार किया था. 5 जनवरी यानी रविवार को विंटर सेमेस्टर में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन का आखिरी दिन था. दो दिन तक लेफ्ट संगठनों ने सर्वर रूम पर कब्जा जमा रखा था, जिससे रजिस्ट्रेशन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. रविवार शाम को कैंपस के टी प्वाइंट के सामने छात्र विरोध दर्ज कर रहे थे.
Source : News Nation Bureau