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एम्स प्रशासन की चेतावनी के बावजूद CAA के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन( Photo Credit : @TOIDelhi)
संशोधित नागरिकता कानून एवं एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) प्रशासन की चेतावनी के बावजूद छात्रों, रेजिडेंट डाक्टरों और कर्मियों के एक वर्ग ने परिसर में कैंडललाइट मार्च निकाला. छात्रों, वैज्ञानिकों, अनुसंधानकर्ताओं, रेजिडेंट डाक्टरों और कर्मियों के एक वर्ग ने जवाहरलाल नेहरू आडिटोरियम से एम्स के गेट नंबर एक तक कैंडललाइट मार्च निकाला और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा का विरोध किया. उन्होंने नया नागरिकता कानून वापस लिए जाने की भी मांग की.
प्रदर्शनकारी अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे. रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन और एम्स छात्र संघ ने हालांकि, ऐसे किसी विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने से इंकार किया है. इससे पहले एम्स प्रशासन ने संस्थान के परिसर में किसी भी तरह का प्रदर्शन करने या हड़ताल करने को लेकर छात्रों, रेजिडेंट डॉक्टरों और संकाय सदस्यों तथा स्टाफ को बृहस्पतिवार को चेतावनी दी. एम्स प्रशासन ने बृहस्पतिवार को जारी आदेश में चेतावनी दी कि किसी भी तरह का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक और अन्य कार्रवाई की जाएगी.
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आदेश में 20 मई 2002 के दिल्ली उच्च न्यायालय के एक आदेश का हवाला दिया गया है. इसमें कर्मचारियों और संकाय सदस्यों को काम बंद नहीं करने और दूसरों को भी नहीं उकसाने की भी हिदायत दी गई है.
Source : Bhasha
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