Advertisment

प्रधानमंत्री मोदी ने जीसैट-30 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में पहले उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को शुक्रवार को बधाई दी.

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
प्रधानमंत्री मोदी ने जीसैट-30 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में पहले उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को शुक्रवार को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह संचार उपग्रह डीटीएच सेवाओं, एटीएम और शेयर बाजारों से संपर्क को बढ़ाने में मददगार होगा. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, “2020 के पहले उपग्रह प्रक्षेपण के लिए हमारी इसरो टीम को बधाई.

यह भी पढ़ें- Delhi Assembly Election : BJP ने 3 बार के विधायक कुलवंत सहित 26 नेताओं के टिकट काटे 

जीसैट-30, अपने विशिष्ट विन्यास से डीटीएच टीवी सेवाओं, एटीएम, शेयर बाजारों और ई-गवर्नेंस तक संपर्क उपलब्ध कराएगा. इस साल इसरो के और मिशनों के सफल होने की कामना है.’’ भारत के “उच्च गुणवत्ता” वाले संचार उपग्रह जीसैट-30 का बृहस्पतिवार देर रात फ्रेंच गुयाना से एरियन अंतरिक्ष रॉकेट के जरिए सफल प्रक्षेपण किया गया. यह उपग्रह उच्च गुणवत्ता वाली टेलीविजन, दूरसंचार एवं प्रसारण सेवाएं मुहैया कराएगा. 

यह भी पढ़ें- नए संविधान दस्तावेज से हमारा कोई लेना-देना नहीं, यह बदनाम करने की साजिश: RSS

अंतरिक्ष (Space) के क्षेत्र में भारत को एक और सफलता हासिल हुई है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने दूरसंचार उपग्रह GSAT-30 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. इसरो ने फ्रेंच गुयाना से एरियन-5 प्रक्षेपण यान के माध्यम से यह उपग्रह लॉन्च किया. जीसैट-30 उपग्रह भारतीय समयानुसार उस दिन दो बजकर 35 मिनट पर दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी तट पर कौरो के एरियर प्रक्षेपण परिसर से अपनी यात्रा पर रवाना हुआ.

यह भी पढ़ें- कर्नाटक सरकार ने PFI जैसे संगठनों को प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू की

टेली कम्युनिकेशन और इंटरनेट के क्षेत्र में यह उपग्रह मददगार होगा. इस उपग्रह का वजन 3357 किलोग्राम है. इसरो के मुताबिक, जीसैट-30 उपग्रह इनसैट-4 ए की जगह लेगा और उसकी कवरेज क्षमता अधिक होगी. यह उपग्रह केयू बैंड में भारतीय मुख्य भूमि और द्वीपों को, सी बैंड में खाड़ी देशों, बड़ी संख्या में एशियाई देशों और आस्ट्रेलिया को कवरेज प्रदान करता है. 30 वर्ष की मिशन अवधि वाला जीसैट उपग्रह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए क्रियाशील संचार उपग्रह है.

इसरो ने बताया, जीसैट -30 के संचार पेलोड गको इस अंतरिक्ष यान में अधिकतम ट्रांसपोंडर लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है. उसके अनुसार उसका उपयोग व्यापक रूप से वीसैट नेटवर्क, टेलीविजन अपलिंकिंग, टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटेलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी), डीटीएच टेलीविजन सेवाओं आदि के लिए होगा.

Source : Bhasha

isro PM modi GSAT-30
Advertisment
Advertisment
Advertisment