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पीएम मोदी ने बॉटेनिकल-कालकाजी के बीच मैजेंटा लाइन मेट्रो सेवा को दिखाई हरी झंडी

नोएडा के बॉटेनिकल को दिल्ली के कालकाजी से जोड़ने वाला यह रूट 12.64 किलोमीटर लंबा है।

Updated on: 25 Dec 2017, 03:15 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार दोपहर 1 बजे दिल्ली मेट्रो की बॉटेनिकल-कालकाजी (मजेंटा लाइन) का उद्घाटन किया। 

नोएडा के बॉटेनिकल को दिल्ली के कालकाजी से जोड़ने वाला यह रूट 12.64 किलोमीटर लंबा है।

मोदी बॉटेनिकल गार्डन से नोएडा के हिस्से में ही पड़ने वाले ओखला बर्ड सेंचुरी तक मेट्रो सफर किया। 

राजनीतिक रूप से 'अशुभ' माने जाने वाले नोएडा में होने वाले इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी के गवर्नर राम नाइक और हरदीप सिंह पुरी शहरी विकास मंत्री (स्वतंंत्र प्रभार) भी मौजूद थे।

सभी ने ओखला बर्ड सेंचुरी तक मेट्रो सेवा का आनंद लिया। 

यह खंड नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन को दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी मंदिर स्टेशन से जोड़ता है।

बॉटेनिकल गार्डन से कालकाजी के बीच नौ स्टेशन हैं। कालकाजी मंदिर स्टेशन को छोड़कर सभी स्टेशन एलीवेटेड हैं।

मेजेंटा लाइन के जरिए बॉटेनिकल गार्डन से कालकाजी मेट्रो स्टेशन जाने वाले यात्रियों को पहले 52 मिनट की तुलना में अब सिर्फ 19 मिनट लगेंगे। 

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अभी तक यात्रियों को बॉटेनिकल गार्डन से मंडी हाउस जाने के लिए ब्लू लाइन पकड़नी पड़ती थी और वहां से कालकाजी जाने के लिए वॉयलेट लाइन की ट्रेन पकड़नी होती थी। लेकिन, अब मेजेंटा लाइन का इस्तेमाल कर वे 19 मिनट में अपने गंतव्य पर पहुंच सकेंगे।

इस पूरी लाइन पर निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद ट्रेन बॉटेनिकल गार्डन स्टेशन से जनकपुरी वेस्ट तक दौड़ेगी।

परिचालन शुरू करने से पहले इस लाइन पर 13 से 15 नवंबर तक सुरक्षा जांच की गई थी और नवंबर माह के अंत में इस लाइन पर परिचालन शुरू होने की संभावना थी।

इस उद्घाटन कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को न्यौता नहीं दिया गया है।

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने कहा था कि इस कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है, इसलिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस समारोह में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया गया है।

गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो के किराया बढ़ाए जाने को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच तकरार हो चुकी है। दिल्ली मेट्रो में दिल्ली सरकार की 50 फीसदी हिस्सेदारी है।

बता दें कि मंगलवार शाम इस रुट पर ट्रायल के दौरान एक मेट्रो ट्रेन दीवार से टकरा गई थी। यह हादसा ब्रेक फेल होने की वजह से हुआ था।

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