logo-image

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर देश को दी बधाई

कोविन्द ने कहा, भगवान श्रीकृष्ण हमें एक ऐसे समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करते हैं जो न्यायप्रिय, संवेदनशील और करुणामय हो.

Updated on: 12 Aug 2020, 12:14 AM

नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द (President Ramnath Kovind) ने मंगलवार को जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे सभी कोरोना योद्धाओं के प्रयासों की सराहना की. कोविन्द ने कहा, भगवान श्रीकृष्ण हमें एक ऐसे समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करते हैं जो न्यायप्रिय, संवेदनशील और करुणामय हो. कर्मयोग का उनका संदेश फल की चिंता किए बिना अपने दायित्वों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करता है.

यह भावना हमारे कोरोना योद्धाओं के कामकाज में दिखी है जो कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे हैं. कोविन्द ने लोगों से जीवन और मानवता की बेहतरी के लिए भगवान कृष्ण के शाश्वत और सार्वभौमिक उपदेशों का पालन करने का संकल्प लेने को कहा. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति ने भारत और विदेशों में रह रहे भारतीयों को शुभकामनाएं दीं. 

यह भी पढ़ें-जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और मोहर्रम पर यूपी सरकार ने जारी की गाइडलाइन, जुलूस पर रोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 'श्री कृष्णा' मंत्र के साथ देश के नागरिक को बधाई दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर शुभकामनाएं. जय श्री कृष्णा.इससे पहले, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी जन्माष्टमी पर लोगों शुभकामनाएं दी. उन्होंने जोर देकर कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षा भारत के कोरोना योद्धाओं में महामारी के बीच स्पष्ट है.

यह भी पढ़ें-ब्रज में परंपरागत रूप से मनायी जाएगी जन्माष्टमी, भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था

राष्ट्रपति ने कहा,  कर्मयोग का उनका संदेश पुरस्कारों के बजाय हमारी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान है. यह भावना हमारे सभी कोरोना योद्धाओं के काम में स्पष्ट है जो कोविड -19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे आगे काम कर रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार जन्माष्टमी त्योहार के एक दिन पहले, वृंदावन में इस्कॉन मंदिर में 22 लोगों को पॉजिटिव पाए जाने के बाद मंदिर को सील कर दिया गया है, जिसमें मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं.