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अब CM केजरीवाल पर गलत तिरंगा लगाने का आरोप, केंद्रीय मंत्री ने लिखी चिट्ठी

प्रह्लाद पटेल ने राष्ट्रीय ध्वज को गलत तरीके से लगाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल समेत उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी लिखी है.

Updated on: 28 May 2021, 02:25 PM

highlights

  • ऐसा लगता है कि झंडे की हरी पट्टी बढ़ाई गई
  • CM-LG को पत्र में प्रह्लाद पटेल का आरोप
  • झंडे की संवाधानिक गरिमा बरकरार रखने की अपील

नई दिल्ली:

कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) काल में ऑक्सीजन की कमी से लेकर अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार कई बार आमने-सामने आ चुकी है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की प्रेस कांफ्रेस में लगे तिरंगे को लेकर पाला खिंच गया है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल (Prahlad Patel) ने राष्ट्रीय ध्वज को गलत तरीके से लगाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल समेत उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी लिखी है. हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय या आम आदमी पार्टी की तरफ से अभी इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है. 

गलत तरीके से तिरंगा लगाने का आरोप
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस में राष्ट्रीय ध्वज को गलत तरीके से लगाया जाता है. दो ध्वजों को ऐसे लगाया जाता है जिसमें लगता है कि ध्वज पर हरी पट्टियां बढ़ाई गई है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि ध्वज की संवैधानिक मर्यादा बनी रहनी चाहिए. प्रहलाद पटेल ने कहा कि जिस तरीके से बैकग्राउंड में तिरंगे को लगाया गया है, उसमें ऐसा लगता है कि सफेद हिस्से को कम करके हरे हिस्से को जोड़ दिया गया है. यह राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में प्रह्लाद पटेल ने इसमें सुधार करने की अपील की है. 

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एलजी को पत्र में झंडा संहिता का जिक्र
केंद्रीय मंत्री ने उप राज्यपाल को जो पत्र लिखा है उसमें लिखा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल टीवी चैनल पर जब संबोधन करते हैं, तो उनकी कुर्सी के पीछे लगे राष्ट्रीय ध्वज के स्वरूप पर ध्यान चला जाता है. उन्होंने लिखा है कि भारत सरकार गृह मंत्रालय की ओर से निर्दिष्ट भारतीय झंडा संहिता में उल्लेखित भाग 1 के 1.3 मानकों का प्रयोग नहीं दिखाई देता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या आम आदमी पार्टी की ओर से इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

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कई मसलों पर है केंद्र-दिल्ली सरकार आमने-सामने
कोरोना संकट काल में केंद्र और दिल्ली सरकार कई मसलों पर आमने-सामने हैं. पहले ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर महाभारत छिड़ी थी, अब वैक्सीन को लेकर तकरार हो गई. दिल्ली में 18 प्लस वालों के लिए वैक्सीनेशन बंद है, राज्य सरकार का आरोप है कि दिल्ली में वैक्सीन नहीं है, केंद्र की ओर से सप्लाई नहीं की जा रही है. ना ही राज्य सरकारों को विदेश से वैक्सीन लेने दी जा रही है.