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कानून और कोर्ट दोषियों के साथ खड़ा नजर आता है मेरे साथ नहीं - निर्भया की मां

निर्भया गैंग रेप मामले में लगातार बढ़ती तारीखों से निर्भया की मां आशा देवी के सब्र का बांध टूटने लगा है. शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस मामले में नया डेथ वारंट जारी करने से इंकार कर दिया.

Updated on: 07 Feb 2020, 04:14 PM

नई दिल्ली:

निर्भया गैंग रेप मामले में लगातार बढ़ती तारीखों से निर्भया की मां आशा देवी के सब्र का बांध टूटने लगा है. शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस मामले में नया डेथ वारंट जारी करने से इंकार कर दिया. कोर्ट का कहना था कि दिल्ली हाईकोर्ट दोषियों को सभी कानून विकल्प अपनाने के लिए सात दिन का समय दे चुका है. ऐसे में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद फिलहाल नया डेथ वारंट जारी नहीं किया जा सकता है.

डेथ वारंट की मांग खारिज होने निर्भया की मां आशा देवी ने भावुक प्रतिक्रिया दी देते हुए कहा कि कानून और कोर्ट दोषियों के साथ खड़ा नज़र आता है मेरे साथ नहीं.  मैं सात साल से लड़ रही हूँ, पर मैंने कभी कोर्ट के बाहर धरना नहीं दिया. कोर्ट की ढिलाई का असर है कि रेपिस्ट के परिवार वालों के इस कदर हौसले बढ़ गए है कि वो आज कोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. गौरतलब है कि आज कुछ दोषियों के परिजन कोर्ट के बाहर फांसी के खिलाफ पोस्टर के साथ पहुंचे थे. 

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मीडिया से बातचीत में निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि कोर्ट के पास ताकत है और हमारे पास समय. इस मामले में अब कुछ भी नहीं बचा है. इसके बाद भी नया डेथ वारंट जारी नहीं किया गया. यह हमारे साथ अन्याय है. देखते हैं कोर्ट दोषियों को कब तक समय देता है और सरकार कब तक उनका साथ देती है. इस मामले में कोर्ट का कहना है कि दिल्ली हाईकोर्ट इस मामले में दोषियों को 7 दिन का समय दे चुका है. इन सात दिनों में दोषियों को अपने सभी कानूनी विकल्प अपनाने होंगे. कोर्ट का कहना है कि इससे पहले दोषियों को खिलाफ जेथ वारंट जारी नहीं किया जा सकता है.