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फांसी टालने का एक और पैंतरा, निर्भया के दोषी पवन ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की

निर्भया मामले (Nirbhaya Case) में दोषियों की डेथ वारंट एक बार फिर टल सकती है, क्योंकि दोषी पवन कुमार गुप्ता (convict Pawan Kumar) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में क्यूरेटिव याचिका दायर की.

Updated on: 20 Mar 2020, 03:14 AM

नई दिल्ली:

निर्भया मामले (Nirbhaya Case) में दोषियों की डेथ वारंट एक बार फिर टल सकती है, क्योंकि दोषी पवन कुमार गुप्ता (convict Pawan Kumar) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में क्यूरेटिव याचिका दायर की. वहीं, बाकी  तीन दोषियों अक्षय, विनय, मुकेश की क्यूरेटिव और राष्ट्रपति के समक्ष दायर की गई दया याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है.

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बता दें कि इससे पहले निर्भया गैंगरेप केस (Nirbhaya Gang Rape Case) के दोषियों में से एक पवन गुप्ता (Pawan Gupta) ने पिछले दिनों कोर्ट द्वारा नियुक्त अपने कानूनी सलाहकार रवि काजी से मिलने से इनकार कर दिया था. तीसरा डेथ वारंट जारी होने के बाद पवन कुमार के पास लंबित कानूनी उपायों के संबंध में उससे कोई बात नहीं हो पाई थी. पवन के साथ अन्य दोषी विनय शर्मा, मुकेश सिंह, अक्षय कुमार सिंह को एक साथ 3 मार्च की सुबह 6 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जानी है.

पवन के पास बाकी हैं वो विकल्प

निर्भया के दोषियों को फांसी पर चढ़ाने के लिए तीसरा डेथ वारंट जारी हो चुका है. इससे पहले दोषियों की फांसी के लिए 22 जनवरी और 1 फरवरी को डेथ वारंट जारी किया गया था. इस मामले में तीन अन्य दोषी विनय शर्मा, मुकेश सिंह, अक्षय कुमार सिंह के पास सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं. पवन के पास अभी भी दया याचिका और क्यूरेटिव पिटीशन का विकल्प बचा है, जिसमें से उसने शुक्रवार को क्यूरेटिव पिटीशन दायर कर ली है. इसके लिए कोर्ट ने दोषी को कानूनी मदद देने के लिए रवि काजी को कानूनी सलाहकार नियुक्त किया है.

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3 मार्च को टल सकती है फांसी

पवन गुप्ता कानूनी पेचीदगियों से एक बार फिर डेथ वारंट की तारीख टल सकती है. अगर पवन कुमार की तरफ से फांसी के दिन से ठीक पहले यानी 29 फरवरी के बाद क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल की जाती है तो सुनवाई में समय लगने से 3 मार्च की सुबह फांसी टल सकती है.