निर्भया (Nirbhaya Gang Rape) के दोषियों की फांसी की तारीख नजदीक आ चुकी है. सभी दोषियों को 22 जनवरी को फांसी पर लटकाए जाने के डेथ वारंट जारी हो चुका है. भले ही यह तिथि थोड़ी आगे खिसक जाए लेकिन दोषियों को लम्बी राहत मिलने की संभावना न के बराबर है. अब एक गैर सरकारी संगठन ने सरकार से दोषियों को फांसी चढ़ाए जाने के दिन को 'Rape Prevention Day' (बलात्कार रोकथाम दिवस) के रूप में मनाए जाने की मांग की है.
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एनजीओ परी की फाउंडर योगिता भयाना ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिख मांग की है कि जिस दिन निर्भया के दोषियों को फांसी पर चढ़ाया जाए उस दिन को 'Rape Prevention Day' के रूप में मनाया जाए. गुरुवार को इस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई की जानी है. इससे पहले दोषी मुकेश को बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली.
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हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि याचिकाकर्ताओं की ओर से जानबूझ कर मामले को लटकाया गया. इससे कोर्ट ने किसी भी तरह की राहत देने से इंकार कर दिया. कोर्ट ने डेथ वारंट पर रोक लगाने से इंकार कर दिया. दूसरी तरह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी दया याचिका खारिज कर दी है. ऐसे में दोषियों को राहत की संभावना न के बराबर है.
Source : News Nation Bureau