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दिल्ली में ग्राहकों को अपनी पसंदीदा शराब के लिए करना होगा और इंतजार

नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब की नई 849 प्राइवेट दुकानों के खुलने में अब दो दिन बचे हैं। वहीं नई लिकर शॉप खुलने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Updated on: 15 Nov 2021, 10:28 AM

highlights

  • ग्राहक की पसंद की शराब मिल पाएगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है
  • 17 नवंबर से नई लिकर शॉप खुलने में कई तरह की समस्या का सामने आ रही

नई दिल्ली:

दिल्ली में शराब की नई 849 प्राइवेट दुकानों के खुलने में अब दो दिन बचे हैं। नई आबकारी नीति के तहत 372 सरकारी शराब की दुकनों के लाइसेंस 16 नवंबर तक के लिए ही वैध हैं. इसके बाद इन दुकानों पर शराब नहीं मिलेगी। उपभोक्ता 17 नवंबर से नई खुलने वाली शराब की दुकानों से शराब या बीयर को खरीद पाएंगे, आशंका जताई जा रही है ​कि शुरू के कुछ दिनों तक नई दुकानें कम खुल पाएंगी. मगर इनमें ग्राहक की पसंद की शराब मिल पाएगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है. 

लिकर ट्रेड से जुड़े नए विक्रेताओं के अनुसार असल में 17 नवंबर से नई लिकर शॉप खुलने में कई तरह की समस्या का सामने आ रही हैं.  अभी तक ज्यादा विक्रेताओं की दुकानें तैयार नहीं हैं.  जिनकी दुकानें तैयार भी होती जा रही हैं, उन्हें लाइसेंस मिलने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार डिपार्टमेंट की ओर से अब कहा जा रहा है कि जिस-जिस तरह से लिकर शॉप तैयार हो रही हैं.  वह अपनी दुकानों की तस्वीरों और वीडियो उससे जुड़े सरकारी अधिकारी को भेजते रहें। फिलहाल उन्हें अस्थायी लाइसेंस दिए जा सकेंगे। इस तरह वे अपनी दुकानें खोल सकेंगे। इसके बाद जैसे की दुकानों की विजिट होगी.  उन्हें स्थायी लाइसेंस जारी करे जाएंगे. 

ठेके खुलने का कई जगह विरोध

नए विक्रेताओं के अनुसार प्रदूषण के कारण 17 नवंबर तक निर्माण कार्य पर लगी रोक की वजह से भी काफी नई दुकानों पर जारी निर्माण कार्य रोकने पड़ गए. ऐसे में यह दुकानें पूरी होने में अभी कुछ और समय लगेगा. अभी तक यह पता नहीं है कि कंस्ट्रक्शन वर्क पर लगी रोक आगे और न बढ़ जाए. इसके साथ कुछ लोगों को अभी तक शराब की दुकानों के लिए उचित जगह नहीं मिल पाई है, वहीं कुछ जगह ठेके खुलने का विरोध हो रहा है.

देसी-विदेशी ब्रांड रजिस्टर्ड होने में देरी

एक नए विक्रेता के अनुसार उसकी जहां दुकान खुलनी थी, वहां कुछ रोज पहले ही किसी ने धार्मिक ढ़ाचा खड़ा कर दिया। यह दुकान उसने खरीदी थी। तब वहां पर ऐसा कुछ नहीं था।  ऐसे मामले में अब वह क्या करे? कुछ जानकारों का कहना है कि जो नई लिकर शॉप खुल भी जाएंगी। उनमें शराब और बीयर की पूरी वैरायटी उपलब्ध नहीं होगी। क्योंकि, शराब और बीयर के देसी-विदेशी ब्रांड को रजिस्टर्ड करने में देरी हो रही है।