नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने नाराजगी जताई है. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैय्यद घयोरूल हसन रिजवी ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से अपील की है कि वह नागरिकता संशोधन बिल का विरोध न करें. यह बिल भारत के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. अगर उन्हें विरोध करना भी है तो वह शांति पूर्ण तरीके से इसका विरोध करें.
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. जामिया मिलिया इस्लामिया और एएमयू में विरोध पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हसन रिजवी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को संयम दिखाने की जरूरत है जिससे स्थिति काबू में रहे.
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में जब यह मामला पहुंचा तो कोर्ट ने भी छात्रों के हिंसक प्रदर्शन को गलत ठहराया. कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि सिर्फ छात्र होने के कारण किसी को हिंसक प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिल जाती है. कोर्ट ने इस मामले में साफ कहा कि जब तक हिंसा खत्म नहीं होगी कोर्ट इस मामले में सुनवाई नहीं करेगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो