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मंत्री जैन केजरीवाल के इशारे पर कर रहे वसूली का धंधा : Meenakshi Lekhi

केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने रविवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार को अंजाम देने की सारी सीमाएं पार कर चुके हैं. पिछले आठ सालों में उन्होंने जो भी स्कीम बनाई, उसे स्कैम में तो बदला ही, लेकिन जब उनके मंत्री सत्येंद्र जैन जेल के अंदर बंद हुए तो वहां भी वे भ्रष्टाचार करने से पीछे नहीं हटे.  उन्होंने कहा, दिल्ली के उपराज्यपाल और केजरीवाल सरकार से हमारी मांग है कि सत्येंद्र जैन को किसी और जेल में ट्रांसफर किया जाए, जिससे गैर कानूनी ढंग से शुरू किए गए वसूली के धंधे को रोका जा सके.

Updated on: 06 Nov 2022, 08:52 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने रविवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार को अंजाम देने की सारी सीमाएं पार कर चुके हैं. पिछले आठ सालों में उन्होंने जो भी स्कीम बनाई, उसे स्कैम में तो बदला ही, लेकिन जब उनके मंत्री सत्येंद्र जैन जेल के अंदर बंद हुए तो वहां भी वे भ्रष्टाचार करने से पीछे नहीं हटे.  उन्होंने कहा, दिल्ली के उपराज्यपाल और केजरीवाल सरकार से हमारी मांग है कि सत्येंद्र जैन को किसी और जेल में ट्रांसफर किया जाए, जिससे गैर कानूनी ढंग से शुरू किए गए वसूली के धंधे को रोका जा सके.

भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने यहां एक प्रेसवार्ता के दौरान केजरीवाल पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कहा कि केजरीवाल दूसरे राज्यों में जाकर दिल्ली की सच्चाई बताने की जगह झूठ का प्रचार करते हैं. आखिर वह बताते क्यों नहीं कि वे दिल्ली में एक ऐसी सरकार चला रहे हैं, जिसका हर विभाग भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा हुआ है. इतना ही नहीं, अगर केजरीवाल ने अपने आठ साल के कार्यकाल में दिल्ली में प्रचार के अलावा एक भी काम किया हो तो वह भी बताएं.

उन्होंने कहा कि जेल मंत्री होकर सत्येंद्र जैन उसी जेल में बंद है, जिस पर उनका अधिकार है और गैर कानूनी तरीके से अपनी मनमानी कर रहे हैं. वह जेल में बंद होने के बावजूद फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. मीनाक्षी ने कहा कि जैन ने अगर महाठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपये लिए हैं तो उसका जवाब केजरीवाल को देना चाहिए. केजरीवाल ने महाठग सुकेश चंद्रशेखर से पैसा लेकर साबित कर दिया है कि वह महाठग हैं.

उन्होंने कहा कि अगर कोई भ्रष्ट मंत्री पद पर बना हुआ है तो उससे सरकार के विवेक और नेक इरादे का अंदाजा लगाया जा सकता है. अधिकारी और अन्य कर्मचारी जो इस पूरे मामले में दोषी पाए गए, उनका जेल से ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन जेल मंत्री जो कि प्रमुख दोषियों में से एक हैं, वह अभी भी उसी जेल में बंद हैं.