दिल्ली स्टेट कैंस इंस्टीट्यूट (DSCI) को भारत सरकार की पीएम-डिस्ट्रिक्ट डे केयर कैंसर सेंटर्स (PM-DCCC) पहल के तहत प्रशिक्षण के लिए एक नोडल केंद्र के रूप में चुना गया है. यह एक बड़ी उपलब्धि है जो पूरे भारत में कैंसर देखभाल को बेहतर बनाने में मदद करेगी.18 जुलाई को DSCI में जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर्स (GDMOs) और नर्सिंग अधिकारियों के लिए एक विशेष केमोथेरेपी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया. इस कार्यक्रम का लक्ष्य हमारे स्वास्थ्यकर्मियों को कैंसर के इलाज में सबसे आगे रखना है.
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
* विशेषज्ञता का निर्माण: यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्यकर्मियों को केमोथेरेपी दवाओं के सुरक्षित उपयोग, रोगी की निगरानी और उपचार प्रबंधन की व्यावहारिक जानकारी देगा.
* पहुंच बढ़ाना: इसका सीधा असर देश के दूर-दराज के इलाकों में कैंसर के प्रभावी इलाज पर पड़ेगा, जहाँ इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है.
* राष्ट्रीय लक्ष्य की दिशा में एक कदम: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, यह पहल जिला स्तर पर सुरक्षित और प्रभावी केमोथेरेपी सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित पेशेवरों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार करेगी.
पहले बैच में कौन शामिल हैं?
राव तुला राम अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और मालवीय नगर अस्पताल से चार मेडिकल ऑफिसर और चार नर्सिंग ऑफिसर इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बने हैं.
डीएससीआई के निदेशक डॉ. दिवाकर ने कहा, "यह पहल जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमता को बढ़ाएगी और देश के दूर-दराज के इलाकों में कैंसर के प्रभावी इलाज में सहायक सिद्ध होगी." क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा शुक्ला ने भी जोर दिया कि उनका उद्देश्य पूरे देश में प्रशिक्षित चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ का एक मजबूत नेटवर्क बनाना है.
आने वाले महीनों में, यह प्रशिक्षण विभिन्न बैचों में आयोजित किया जाएगा, जो पूरे भारत में कैंसर उपचार सेवाओं को हर समुदाय के करीब लाने के हमारे राष्ट्रीय लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण योगदान होगा.