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बांद्रा के बाद अब दिल्ली में जमा हुए हजारों प्रवासी मजदूर, उड़ाईं Lockdown की धज्जियां

मुंबई के बांद्रा के बाद दिल्ली में बुधवार को लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई गईं. दिल्ली में यमुना नदी के किनारे अचानक हजारों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर जमा हो गए.

Updated on: 15 Apr 2020, 06:49 PM

नई दिल्ली:

मुंबई के बांद्रा (Bandra) के बाद दिल्ली में बुधवार को लॉकडाउन (Lockdown) की धज्जियां उड़ाई गईं. दिल्ली में यमुना नदी के किनारे अचानक हजारों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर जमा हो गए. ये प्रवासी मजदूर जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इन लोगों को दिल्ली के अलग-अलग शेल्टर होम ले जाने का प्रयास हो रहा है. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ये मजदूर अपने-अपने राज्यों में जाने के लिए यहां इक्ट्ठा हुए हैं. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है.

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मुंबई के बाद दिल्ली में मजदूरों का जमावड़ा लगा है. रैन बसेरा में आग लगने से हजारों की संख्या में मजदूर बेघर हो गए हैं. इसके बाद इन प्रवासी मजदूरों को शेल्टर भेजा जा रहा है, जिससे यमुना के किनारे मजदूरों की भीड़ एकत्रित हो गई. इस दौरान लोगों ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई हैं. बताया जा रहा है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन आनन-फानन में मौके पर पहुंचा और लोगों की भीड़ को हटाने की कोशिश कर रहा है.

मुंबई के बांद्रा में जुटी हजारों की संख्या में मजदूर

बता दें कि मुंबई (Mumbai) के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को कुछ घंटों में हजारों लोगों की भीड़ जुट गई थी. बिहार, उत्तर, झारखंड और बंगाल के ये मजदूर अपने घर जाने के लिए बांद्रा स्टेशन पर आए थे. स्थानीय पुलिस ने कई बार इन लोगों को समझाने की कोशिश की कि देश में 3 मई तक लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ा दिया गया है, इसलिए आप लोग वापस अपने घर लौट जाएं. इसके बावजूद ये मजदूर अपने घर लौटने को तैयार नहीं थे. इस पर पुलिस को इन लोगों पर लाठीचार्ज कर भगाना पड़ा. आइये हम आपको बताते हैं कि 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बांद्रा और उसके आसपास के इलाकों में क्या हुआ.

2:00 बजे: मंगलवार दोपहर करीब दो बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास स्थित बस स्टैंड के पास लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई. जैसे ही इसकी सूचना ब्रांदा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को मिली वे घटनास्थल तक पहुंचे. इस दौरान पुलिस अपनी ओर से मजदूरों को समझाने की कोशिश करने लगी.

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3:00 बजे: एक घंटा गुजरते-गुजरते करीब तीन बजे घटनास्थल पर हजारों की संख्या लोग जुट गए. बांद्रा में जहां लोग जुटे थे वहीं पास में एक मस्जिद है. पुलिस भीड़ को संबोधित करने के लिए मस्जिद के अंदर गई और अनाउंस करने लगी कि लोग वापस अपने घरों को लौट जाएं, लेकिन लोग नहीं मान रहे थे और वे खाना मांग रहे थे.

इसके बाद शासन और प्रशासन ने राशन से भरे एक टैम्पो को घटनास्थल पर बुलाया और लोगों के बीच बांट दिया. इन लोगों के बीच में 50 से ज्यादा खाने के पैकेट भी बांटे गए. खाना का पैकेट लेने के बाद भी मजदूर मानने को तैयार नहीं थे. इसके बाद स्थानीय नेताओं ने मौके पर आकर लाउडस्पीकर के माध्यम अनाउंस किया कि लोग अपने घर चले जाएं, लेकिन भीड़ सुनने के लिए तैयार नहीं थी वो वहीं जुटे रहे.

3:45 बजे: करीब पौने चार बजे इलाके के वरिष्ठ अधिकारियों को इमरजेंसी कॉल किया गया. कुछ देर में सारे अधिकारी मौके पर पहुंचे और मजदूरों से बातचीत की.

5:00 बजे: शाम करीब पांच बजे पुलिस को मजबूरन लोगों को भगाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. इसपर भीड़ वहां से तितर-बितर हो गई. घटना के बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन पर तीन स्तरीय सुरक्षा तैनात कर दी गई है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की नजर घटनाक्रम पर है.