logo-image

Metro की 57 किमी लंबी पिंक लाइन पर दौड़ी ड्राइवरलेस मेट्रो

पिंक लाइन में शुरूआत में ट्रेनों की ड्राइविंग कार में ट्रेन ऑपरेटर मौजूद रहेंगे, लेकिन ट्रेन का सिस्टम ऑटोमेटिक तरीके से ही काम करेगा.

Updated on: 25 Nov 2021, 02:17 PM

highlights

  • 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर 'चालक रहित ट्रेन परिचालन' शुरू
  • हरदीप सिंह पुरी और कैलाश गहलोत ने हरी झंडी दिखा शुरू किया परिचालन
  • मजलिस पार्क से शिव विहार के बीच मेट्रो बिना ड्राइवर के 58.4 किलोमीटर दौड़ेगी

नई दिल्ली:

दिल्ली मेट्रो ने दिल्लीवासियों को एक बड़ा तोहफा देते हुए 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर 'चालक रहित ट्रेन परिचालन' शुरू कर दिया है. गुरुवार सुबह केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने हरी झंडी दिखा कर ड्राइवरलेस मेट्रो को रवाना किया. ड्राइवरलेस मेट्रो शुरू होने से अब पिंक लाइन दूसरी ऐसी लाइन बन गई है, जिसपर अनअटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन (यूटीओ) सिस्टम की मदद से ड्राइवरलेस ट्रेनें चलाई जा सकेंगी. पिंक लाइन के ड्राइवरलेस होने से यात्रियों को रिंग रोड के नजदीकी स्टेशनों से स्चालित मेट्रो में सफर का मौका मिलने लगेगा. यानी अब दिल्ली मेट्रो का करीब 90 किलोमीटर से अधिक लंबा रूट ड्राइवरलेस हो गया है.

हालांकि पिंक लाइन में शुरूआत में ट्रेनों की ड्राइविंग कार में ट्रेन ऑपरेटर मौजूद रहेंगे, लेकिन ट्रेन का सिस्टम ऑटोमेटिक तरीके से ही काम करेगा. इससे पहले दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर पिछले साल दिसंबर में ही ड्राइवरलेस ट्रेन ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था. पीएम ने 28 दिसंबर 2020 को देश की पहली (मजेंटा लाइन) पूरी तरह ऑटोमेटेड ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरूआत की थी.

इसके साथ ही मजेंटा लाइन पर 37.5 किलोमीटर लंबे रूट (बॉटेनिकल गार्डेन से जनकपुरी) पर पहले ड्राइवरलेस मेट्रो चल रही है. वहीं अब पिंक लाइन पर मजलिस पार्क से शिव विहार के बीच नए रूट पर मेट्रो बिना ड्राइवर के 58.4 किलोमीटर दौड़ेगी. दरअसल डीएमआरसी का नेटवर्क वर्तमान में 286 स्टेशनों के साथ करीब 391 किलोमीटर तक फैला हुआ है. इसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर और रेपिड मेट्रो, गुड़गांव भी शामिल है.