MCD Election 2022: BJP और AAP के बीच कड़ी टक्कर, क्या है पार्टियों की रणनीति? 

केजरीवाल सरकार एससीडी में भाजपा के कामकाज पर सवाल उठा रही है. उसका कहना है कि अगर आप को एमसीडी में जीत मिलती है तो दिल्ली के विकास कार्य को गति मिलेगी.  

केजरीवाल सरकार एससीडी में भाजपा के कामकाज पर सवाल उठा रही है. उसका कहना है कि अगर आप को एमसीडी में जीत मिलती है तो दिल्ली के विकास कार्य को गति मिलेगी.  

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Mohit Saxena
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mcd election 2022( Photo Credit : social media)

दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election 2022) की तारीखों का ऐलान हो गया है. चार दिसंबर को मतदान होगा, वहीं सात दिसंबर को परिणाम आएंगे. मगर इसके पहले से ही सभी पार्टियों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है. सभी दल अपने दांव खेल रहे हैं. दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP)  इस चुनाव को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है. उसका कहना है कि आठ सालों से दिल्ली में जब 'आप' की सरकार है तो एमसीडी (MCD) में भी उनकी पार्टी को मौका मिलना चाहिए. गौरतलब है कि बीते 15 सालों से एमसीडी में भाजपा (BJP) का राज कायम है. ​केजरीवाल सरकार एससीडी में भाजपा के कामकाज पर सवाल उठा रही है. उसका कहना है कि अगर आप को एमसीडी में जीत मिलती है तो दिल्ली के विकास कार्य को गति मिलेगी.  

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राजधानी के विकास कार्य को आप अपनी ताकत बता रही है. 'आप' का कहना है कि राजधानी में महिलाओं को अलग से महिला मोहल्ला क्लीनक की सौगात दी गई है. यहां पर पीड़िता को स्त्री रोग संबंधी सेवाएं मिलेंगी. मुफ्त में दवाइयां मिलेंगी. इसके साथ 12 साल से कम उम्र के बच्चों का इलाज किया जाएगा.  

वहीं पीएम मोदी (PM Modi) ने एमसीडी चुनाव की कमान संभाली है. बीते दिनों एक सभा में पीएम ने दिल्ली के स्लम ऐरिया में रहने वाले 3024 लोगों को नए फ्लैट दिए. विशेषज्ञों का कहना एक तरफ भाजपा जहां ओबीसी और एससी मतदाताओं पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं केजरीवाल ने महिलाओं को लुभाने के लिए महिला मोहल्ला क्लीनिक का दांव खेला है. इसके साथ वह दिल्ली में साफ-सफाई को अहम मुद्दा बना रहे हैं.

इस बार 250 वार्ड पर मतदान होगा 

दरअसल तीनों निगमों को एक करने के बाद हुए परिसीमन में वार्डों की संख्या 272 से घटकर 250 हो गई है. भाजपा चौथी बार सरकार बनाने के लिए मैदान में उतरेगी. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी 'आप' की कोशिश होगी चुनाव में जीतकर एमसीडी (MCD) में पहली बार अपनी सरकार बनाए. बीते 16 सालों से कांग्रेस एमसीडी में सत्ता पाने के लिए बेकरार है. 

अब तक क्या-क्या हुआ 

-  नौ मार्च को एक विधेयक के कारण संभावित चुनाव को टाला गया. 30 मार्च को दिल्ली नगर निगम को एक करने वाला विधेयक लोकसभा से परित कर दिया गया. अप्रैल में संभावित चुनाव को टाल दिया गया. 

-  इस विधेयक को पांच अप्रैल तक राज्यसभा में भी पारित कर दिया था. 

-  संसद द्वारा पारित विधेयक को 18 अप्रैल को मंजूरी मिली. 

-  केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आठ जुलाई को निगम के वार्डों के परिसीमन के लिए तीन सदस्यीय समिति का ऐलान किया. अब रिपोर्ट गृहमंत्रालय देनी है. 

-  परिसीमन समिति को 9 नंवबर तक अपनी रिपोर्ट को सौंपना होगा. 

2017 में हुए एमसीडी इलेक्शन के रिजल्ट 

2017 में पूर्वी निगम की 64 सीटों में भाजपा को 47, आप को 11, कांग्रेस को तीन सीटें मिली थीं. वहीं दक्षि​णी दिल्ली नगर निगम में कुल सीट 104 थी. इसमें भाजपा को 70, आप को 16 और कांग्रेस को 12 सीटें मिलीं. उत्तरी दिल्ली नगर निगम की 104 सीटों में भाजपा को 64, आप को 21 और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं. 

Source : News Nation Bureau

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