दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अब ऐच्छिक विषय के रूप में मैथिली का भी चयन करने का विकल्प होगा. प्रदेश के शिक्षामंत्री और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए ऐच्छिक विषय के रूप में मैथिली पढ़ने का विकल्प होगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सिविल सेवा परीक्षाओं में मैथिली वैकल्पिक विषय के रूप में रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए नि:शुल्क कोचिग की व्यवस्था करेगी.
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मीडिया से बातचीत में सिसोदिया ने कहा कि सरकार मैथिली-भोजपुरी में बेहतर योगदान देने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करेगी, साथ ही नवंबर में पांच दिवसीय मैथिली-भोजपुरी महोत्सव का आयोजन करेगी.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने संस्कृत को लेकर प्रयोग किया है और उसके परिणाम बेहतर आए हैं.