राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के प्रस्ताव को लेकर मची रार के बीच एक तरफ सभी मीडिया रिपोर्टों में चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा के इस्तीफे की बात कही जा रही है, वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने इसे अफवाह बताया है. मनीष सिसोदिया ने शनिवार दोपहर बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, अलका लांबा से इस्तीफा नहीं मांगा गया है और यह सब अफवाह है. वहीं अलका लांबा ने भी विधायकी और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे को अफवाह बताया है.
इससे पहले रात को ही अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा था, आज दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये. मुझे मेरे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया, जो मुझे मंजूर नही था. मैंने सदन से वॉक आउट किया. अब इसकी जो सज़ा मिलेगी, मैं उसके लिये तैयार हूं. इसके बाद यह खबर सुर्खियों में आ गई कि अलका लांबा को आम आदमी पार्टी और विधायकी छोड़ने को कहा गया है. अब खुद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अलका लांबा दोनों ने इस बात का खंडन कर दिया है.
इसके साथ ही मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजीव गांधी के बारे में हमारा कोई ऐसा विचार नहीं है कि उनसे भारत रत्न वापस लिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके हाथ 84 और 2002 के दंगों में खून से रंगे हैं वो प्यार की राजनीति करें खून की राजनीति ना करें.
Source : News Nation Bureau