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मनीष सिसोदिया बोले- केंद्र सरकार वैक्सीन को लोगों तक पहुंचने से रोकने में जुटी

देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी आ रही है. इससे निपटने के लिए देशभर में जहां टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है.

Updated on: 29 May 2021, 08:31 AM

highlights

  • दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
  • 2020 से अब तक वैक्सीन पर कोई योजना नहीं
  • सरकार ने अपने देश की वैक्सीन दूसरे देशों को बेच दी

 

नई दिल्ली:

देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी आ रही है. इससे निपटने के लिए देशभर में जहां टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. साथ ही राज्य सरकारों अपने हिसाब से वैक्सीन खरीदने के लिए छूट है, लेकिन हर राज्य में वैक्सीन के दाम अलग-अलग है, जिसकी वजह से कई राज्य परेशान है. इस बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy CM Manish Sisodia) ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. 

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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री (Manish Sisodia) ने शनिवार को अपने ट्वीट में लिखा कि सारी दुनिया कोरोना को वैक्सीन से रोकने में जुटी है. हमारी केंद्र सरकार, वैक्सीन को देश के लोगों तक पहुंचने से रोकने में जुटी है. 2020 से अब तक वैक्सीन पर कोई योजना नहीं है. अपने देश की वैक्सीन दूसरे देशों को बेच दी. विदेशों में बनी वैक्सीन भारत में लाने की कोई योजना नहीं है.

मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को लिखा पत्र

आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखा था. उन्होंने मांग की थी कि केंद्रीकृत वैक्सीन खरीद और आवंटन नीति लाने लाया जाए. उन्होंने कहा कि फाइजर और मॉडर्ना ने कोरोना वायरस के टीके सीधे दिल्ली सरकार को बेचने से मना कर दिया है और इन कंपनियों ने कहा कि वे सिर्फ केंद्र से बात करेंगी. 

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मनीष सिसोदिया ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि दिल्ली में टीके खत्म होने के बाद 18 से 44 साल आयुवर्ग के लोगों के लिए सभी 400 टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया गया है, वहीं 45 साल से अधिक उम्र के लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले लोगों के लिए कोवैक्सिन के केंद्रों को भी टीकों की कमी के कारण बंद कर दिया गया है. 

उन्होंने आगे कहा कि लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए इस समय टीकाकरण बहुत जरूरी है और उन्होंने मॉडर्ना, फाइजर तथा जॉनसन एंड जॉनसन कंपनियों से टीकों के लिए बात की है. उन्होंने कहा, फाइजर और मॉडर्ना ने हमें सीधे टीके बेचने से इनकार कर दिया है और बताया है कि वे केंद्र से बात कर रही हैं. केंद्र ने फाइजर और मॉडर्ना को मंजूरी नहीं दी है वहीं पूरी दुनिया में इन्हें मंजूरी दी गयी है, और देशों ने इन्हें खरीदा है. सिसोदिया ने कहा कि कुछ देशों ने परीक्षण के स्तर पर ही टीकों को खरीद लिया लेकिन भारत ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया.