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महाराष्ट्र की निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर, फ्लोर टेस्ट पर आज सुनाएगा फैसला

सुप्रीम कोर्ट आज सुबह करीब 10.30 बजे दोबारा एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करेगा. इसे लेकर कोर्ट ने रविवार को ही केंद्र सरकार, राज्य सरकार, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को नोटिस जारी कर दिया है.

Updated on: 25 Nov 2019, 12:03 AM

दिल्ली:

महाराष्ट्र में शनिवार सुबह हुए सियासी उलटफेर के मामले में रविवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. तीन जजों की विशेष बेंच ने भाजपा, कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की दलीलें सुनने के बाद केंद्र सरकार, राज्य सरकार, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को नोटिस जारी किया है. साथ ही उच्चतम न्यायालय ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन समाप्त कर फडणवीस की सरकार बनाने की सिफारिश करने वाले राज्यपाल के पत्रों को सोमवार सुबह अदालत में पेश करने का आदेश दिया है. इस मामले में अब सोमवार सुबह 10.30 बजे दोबारा सुनवाई होगी. महाराष्ट्र का ताजा राजनीतिक घटनाक्रम इस प्रकार है.

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दोपहर 02:29 बजे: महाराष्ट्र में राकांपा के अजित पवार द्वारा उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए जाने और उसके बाद चल रहे राजनीतिक उठापटक के बीच पवार का गढ़ कहे जाने वाले बारामती में लोगों ने भरोसा जताया कि राकांपा प्रमुख शरद पवार मौजूदा राजनीतिक संकट सुलझाने में सक्षम होंगे.

दोपहर 01:42 बजे: राकांपा ने दावा किया कि उनके जो तीन विधायक ‘लापता’ चल रहे थे, वह संपर्क में हैं और पार्टी के साथ हैं. पार्टी अनिल पाटिल, बाबासाहेब पाटिल और दरोड़ा से संपर्क करने में सफल रही.

दोपहर 01: 14 बजे: कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने मांग की कि फडणवीस सरकार को सदन में तत्काल शक्ति परीक्षण से गुजरने का आदेश दिया जाए.

दोपहर 01: 07 बजे: महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री नहीं बनने से दुखी एक शिवसेना समर्थक ने वाशिम जिले में कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.

दोपहर 12: 59 बजे: उच्चतम न्यायालय ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन समाप्त कर फडणवीस की सरकार बनाने की सिफारिश करने वाले राज्यपाल के पत्रों को सोमवार सुबह अदालत में पेश करने का आदेश दिया है.

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दोपहर 12:32 बजे: उच्चतम न्यायालय ने देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को भी नोटिस जारी किया.

दोपहर 12: 29 बजे: शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की शक्ति परीक्षण संबंधी याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया.

दोपहर 12: 28 बजे: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे और विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना ने अपने-अपने विधायकों को मुंबई के विभिन्न लग्जरी होटलों में भेजा.

दोपहर 12:28 बजे: उच्चतम न्यायालय ने आदेश पारित करने के लिए सोमवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर राज्यपाल के पत्रों को पेश करने के लिए कहा.

दोपहर 12: 27 बजे: रोहतगी ने कहा कि राज्यपाल का आदेश दाखिल नहीं किया गया और संयुक्त गठबंधन की याचिका बिना किसी दस्तावेज की है.

दोपहर 12: 18 बजे: रोहतगी ने कहा कि राज्यपाल का राजनीतिक पार्टियों को सरकार बनाने के लिये आमंत्रित करने का फैसला न्यायिक समीक्षा के दायरे से बाहर है क्योंकि यह उनका विवेकाधीन अधिकार है.

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दोपहर 12: 17 बजे: तीनों पार्टियों को समय दिया गया था लेकिन उन्होंने सरकार नहीं बनाई, इसलिए फडणवीस को बहुमत साबित करने दें क्योंकि कोई जल्दबाजी नहीं है.

दोपहर 12: 14 बजे: सिंघवी ने न्यायालय से कहा कि सदन में शक्ति परीक्षण संवैधानिक दायित्व है, औपचारिकता की कोई जरूरत नहीं है और इसका आदेश दिया जा सकता है.

दोपहर 12: 14 बजे: यह लोकतंत्र के साथ पूरी तरह से ‘धोखा और उसकी हत्या’ है कि सरकार बनाने की अनुमति तब दे दी गई जब राकांपा के 41 विधायक उनके साथ नहीं हैं.

दोपहर 12: 13 बजे: सिंघवी ने कर्नाटक मामले में उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि शक्ति परीक्षण का आदेश दिया गया था और वहां कोई गुप्त मतदान नहीं हुआ था.

दोपहर 12: 13 बजे: सिंघवी ने इस दौरान उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार की बर्खास्तगी जैसे मामलों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में शक्ति परीक्षण ही सर्वश्रेष्ठ है.

दोपहर 12:12 बजे: रोहतगी ने कहा कि कैसे कोई राजनीतिक पार्टी मौलिक अधिकारों के उल्लंघन के लिए अनुच्छेद 32 के तहत न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकती है.

दोपहर 12: 11 बजे: भाजपा ने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे क्योंकि उनके पास 170 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है.

दोपहर 12: 11 बजे: सिंघवी ने कहा कि राकांपा के 41 विधायकों का समर्थन वाला पत्र आज आया है तो फिर अजित पवार को उप मुख्यमंत्री कैसे बन सकते हैं.

दोपहर 12: 06 बजे: राकांपा विधायकों की कुल संख्या 52 है और 41 विधायकों ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है कि अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया है.

दोपहर 12: 06 बजे: वरिष्ठ वकील ए एम सिंघवी कांग्रेस-राकांपा की तरफ से न्यायालय में पेश हुए. उन्होंने कहा कि राकांपा के 41 विधायक शरद पवार के साथ हैं.

दोपहर 12: 04 बजे: सिब्बल ने कहा कि राज्यपाल ने सत्तारूढ़ पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर तक का जो समय दिया है, उसका मतलब ‘‘कुछ और’’ है.

दोपहर 12:02 बजे: उच्चतम न्यायालय ने कहा कि इसमें दो राय नहीं है कि शक्ति परीक्षण बहुमत साबित करने का सबसे अच्छा तरीका है.

पूर्वाह्न 11: 53 बजे : केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के पास सरकार बनाने का मौलिक अधिकार नहीं है और उनकी याचिका मंजूर नहीं की जा सकती है.

पूर्वाह्न 11: 50 बजे : वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी कुछ भाजपा और निर्दलीय विधायकों की ओर से न्यायालय में पेश हुए. उन्होंने कहा कि यह याचिका बंबई उच्च न्यायालय में दायर होनी चाहिए.

पूर्वाह्न 11: 49 बजे: कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायालय से कहा कि यदि फडणवीस के पास संख्या बल है, तो उन्हें सदन के पटल पर यह साबित करने दें, अन्यथा महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए हमारे पास संख्या बल है.

पूर्वाह्न 11: 47 बजे : शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय से आज ही (रविवार) सदन में शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया.

पूर्वाह्न 11: 46 बजे: न्यायालय में महाराष्ट्र मामले की सुनवाई के दौरान सिब्बल ने कहा कि राष्ट्रपति शासन को रद्द करने की सिफारिश करने वाले राज्यपाल के फैसले से पक्षपात की ‘‘बू आती’’ है.

पूर्वाह्न 11: 44 बजे : सिब्बल ने न्यायालय से कहा कि देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार ने अजीब तरीके से शपथ ली, राज्यपाल दिल्ली से मिल रहे सीधे निर्देशों पर काम कर रहे थे.

पूर्वाह्न 11: 43 बजे : कपिल सिब्बल ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन टूट गया, तीनों दलों की चुनाव के बाद गठबंधन की कोशिशें चल रही है.

पूर्वाह्न 11: 42 बजे: राकांपा के जयंत पाटिल पार्टी के विधायक दल के नेता के तौर पर अजित पवार का स्थान लिए जाने की सूचना राज्यपाल को देने के लिए एक पत्र लेकर राज भवन पहुंचे.

पूर्वाह्न 11: 38 बजे : वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल शिवसेना की तरफ से पेश हुए और उन्होंने रविवार के दिन न्यायाधीशों को हुई परेशानी के लिए माफी मांगने के साथ बहस शुरू की.

पूर्वाह्न 11: 35 बजे : उच्चतम न्यायालय ने तीनों पार्टियों की इस याचिका पर विचार करने के लिए सुनवाई शुरू की कि उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के साथ सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए.

पूर्वाह्न 11: 34 बजे : उच्चतम न्यायालय की पीठ देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने के राज्यपाल के निर्णय को चुनौती देने वाली शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करने के लिए बैठी.

पूर्वाह्न 11: 29 बजे : ‘लापता’ विधायक ने राकांपा में वापस आने का संकेत दिया. भाजपा सांसद संजय ककाडे और अजित पवार के करीबी समझे जाने वाले राकांपा नेता जयंत पाटिल, छगन भुजबल और बबन शिंदे ने शरद पवार से की मुलाकात.

पूर्वाह्न 11: 25 बजे: पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला उच्चतम न्यायालय पहुंचे.

सुबह 10:30 बजे: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन के पास कुल 165 विधायकों का समर्थन है. महाराष्ट्र के राज्यपाल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर महाराष्ट्र की नयी सरकार के गठन को मंजूरी दी है. महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर की समय सीमा केवल इसलिए दी गई ताकि दल बदल कराया जा सके.

सुबह 10: 10 बजे : भाजपा ने अजित पवार को राकांपा के विधायक दल के नेता पद से हटाए जाने का विरोध करते हुए इसे ‘अमान्य’ बताया.

सुबह 9: 20 बजे : सूत्रों ने बताया कि राकांपा नेता अजित पवार रविवार को तड़के चर्चगेट के निकट अपने निजी आवास पहुंचे. उन्होंने शनिवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.