logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

Dusshera 2019: रावण भी करेगा पर्यावरण की सुरक्षा, नहीं फूटेगी आतिशबाजी

रावण के पुतले बराबर ऊंचाई की LED स्क्रीन लगाई गई है. इस स्क्रीन को रावण के पुतले के साथ sync किया गया है

Updated on: 08 Oct 2019, 05:13 PM

नई दिल्ली:

दशहरा का त्योहार आज यानी मंगलवार को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन को बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत के रूप में जाना जाता है. इस दिन को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है. दिल्ली के लाल किले मैदान में हो रही रामलीला आज संपन्न हो जाएगा. इस बार का यहां पुतला दहन कई मायने में खास है. खासतौर से पर्यावरण को लेकर. तय कार्यक्रम के अनुसार रावण दहन साढ़े 6 बजे किया जाएगा. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद रहेंगे. इसके अलावा 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' से प्रसिद्ध अभिनेत्री भूमि पेंडणेकर और रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल मौजूद रहेंगे.

यह भी पढ़ें- यहां रावण की प्रतिमा के आगे घूंघट में जाती हैं महिलाएं, जानिए क्या है कारण

लाल किला मैदान में साढ़े 6 बजे रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण का पुतला दहन किया जाएगा. इस बार जो रावण का पुतला बनाया गया है, वह पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इससे पहले पुतला दहन से काफी ज्यादा मात्रा में प्रदूषण होता था. लेकिन इस बार प्रदूषण को कम करने के लिए पुतला में पटाखा का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इसके साथ ही कई चीजों का ध्यान रखा गया है जिससे वायु प्रदूषण न हो.

यह भी पढ़ें- जेम्स पीबल्स, माइकल मेयर और डिडियेर क्वीलोज को संयुक्त रूप से मिला भौतिकी का 2019 का नोबेल पुरस्कार

दिल्ली ही नहीं, बल्कि देश में जगह-जगह रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के ऊंचे-ऊंचे पुतले तैयार किए गए हैं. पुतलों में पटाखे भरकर उनका दहन किया जा रहा है. आतिशबाजी और पुतला दहन से बड़ी मात्रा में प्रदूषण होता है. इस बार लोग दिल्ली की आबोहवा देखकर जागरुक नजर आ रहे हैं. इसबार पुतलों में ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जा रहा है. दिल्ली में तो एक नया प्रयोग देखने को मिला है. यहां रावण दहन के लिए पटाखों की जगह 3-डी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. यहां रावण के पुतले बराबर ऊंचाई की LED स्क्रीन लगाई गई है. इस स्क्रीन को रावण के पुतले के साथ sync किया गया है. जैसे ही पुतले में आग लगाई जाएगी उसी वक़्त स्क्रीन में भी बारी-बारी से रावण, कुंभकरण और मेघनाद का 3D animation भी जल उठेगा. स्क्रीन से ही तेज पटाखों की आवाज उठेगी.