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केजरीवाल सरकार गंदे पानी को साफ कर झील का करेगी कायाकल्प, जानिए कैसे?

दिल्ली में केजरीवाल सरकार गंदे पानी की मदद से झील को पुर्न:विकसित करेगी. गंदे पानी को साफ कर झील बनाएगी. आइए इसके संबंध में जानते हैं. 

Updated on: 13 Dec 2021, 08:23 AM

highlights

  • ड्रेन नंबर 6 के ज़रिये आने वाले हरियाणा के 15 एमजीडी सिवेज़ को भी ट्रीट किया जा सकेगा
  • पड़ोसी राज्यों से आने वाले सिवेज़ के पानी को यमुना में नहीं गिरने देगी
  • दिल्ली में घट रहे भूजल स्तर को सुधारने में भी मदद मिलेगी

नई दिल्ली:

केजरीवाल सरकार ने पड़ोसी राज्यों से यमुना में गिरने वाले सभी प्रकार की गंदगी को ट्रीट करने का जिम्मा उठाया है. नरेला स्थित एसटीपी में इसकी शुरुआत कर दी गई है. दिल्ली जल बोर्ड ने ड्रेन नंबर 6 के जरिये हरियाणा से आने वाले 15 एमजीडी सिवेज़ को नरेला एसटीपी में रोककर उसे साफ करने का काम शुरू कर दिया है. नरेला एसटीपी की क्षमता को 10 एमजीडी से बढ़ाकर 20 एमजीडी करने के निर्देश दे दिए गए हैं. अब यहां ड्रेन नंबर 6 के ज़रिये आने वाले हरियाणा के 15 एमजीडी सिवेज़ को भी ट्रीट किया जा सके.

टिकरी खुर्द स्थित झील को किया जाएगा पुनर्जीवित

केजरीवाल सरकार अपनी 'झीलों के शहर' परियोजना के तहत टिकरी खुर्द में नरेला एसटीपी से निकलने वाले री-साइकल किए गए पानी का उपयोग करके झील का कायाकल्प करेगी. यह 'झीलों का शहर' परियोजना 2018 में शहर की रोज़ाना होने वाली पानी की मांग को पूरा करने के लिए भूजल को रिचार्ज करके और री-साइकल किए गए पानी को पुनर्चक्रित करके पानी की आपूर्ति के लिए शुरू की गई थी. जिससे भूजल को रीचार्ज करने में मदद मिलेगी. टिकरी खुर्द स्थित झील को पुनर्जीवित करने से न सिर्फ पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकेगा, बल्कि दिल्ली में घट रहे भूजल स्तर को सुधारने में भी मदद मिलेगी और प्राकृतिक पारितंत्र को भी सुधारेगा. इसके अलाव ड्रेन नंबर 6 के 10 किलोमीटर के हिस्से को साफ कर उसे भी 'रीचार्ज जोन' की तरह विकसित करने का निर्देश दिया गया है.

दिल्ली के भूजल स्तर में काफी सुधार होगा

केजरीवाल सरकार ने अगले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यमुना को साफ करने का लक्ष्य रखा है. यमुना में गिरने वाला लगभग 155 एमजीडी गंदे पानी पड़ोसी राज्यों का है. जिनमें 15 एमजीडी हरियाणा के ड्रेन नंबर 6 के माध्यम से, 90 एमजीडी बादशाहपुर ड्रेन के माध्यम से और 50 एमजीडी उत्तर प्रदेश से आता है. पड़ोसी राज्यों से आने वाले सिवेज़ के पानी को यमुना में नहीं गिरने देगी. दिल्ली में तकरीबन 500 एमजीडी गंदा पानी दिल्ली सरकार के 35 एसटीपी में ट्रीट किया जाता है. केजरीवाल सरकार का मानना है कि अगर यह 500 एमजीडी पानी री-साइकल होने के बाद तालाब के माध्यम से भूजल में रिसकर वापस चला जाए तो इससे दिल्ली के भूजल स्तर में काफी सुधार होगा.