दिल्ली पुलिस ने JNU हिंसा मामले में JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष और 19 अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की है. ये एफआईआर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने, सर्वर रूम को तबाह (4 जनवरी का मामला) करने को लेकर की गई है. ये एफआईआर जेएनयू प्रशासन की शिकायत के बाद 5 जनवरी को दर्ज की गई है. बता दें कि रविवार को कुछ नकाबपोशों ने जेएनयू परिसर में घुसकर छात्रों और प्रोफेसरों की लाठी-डंडो व रॉड से पिटाई कर दी थी.
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इस हमले में करीब 35 छात्र व शिक्षक घायल हो गए. जिसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (Jnusu) के दो पदाधिकारी भी घायल हो गए, जिसमें अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल हैं. घोष को हिंसा के दौरान उनपर कुछ लोगों ने रॉड से हमला किया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गईं थी.
उन्होंने इस घटना के लिए एबीवीपी को जिम्मेदार ठहराया है. हमले के दौरान हॉस्टल के कमरे और लॉबियों में तोड़फोड़ की गई, जबकि सड़कों पर खड़े कई वाहनों को अज्ञात उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था.
इसके अलावा एबीवीपी (ABVP) ने वामपंथी छात्रों (Left Students) पर पेरियार छात्रावास में तोड़फोड़ करने और छात्रावास के अंदर मौजूद विभिन्न छात्रों को गंभीर रूप से घायल करने का आरोप लगाया है.
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वहीं जेएनयू हिंसा मामले में एक नया मोड़ आया है कैंपस के अंदर हुए हमले की जिम्मेदारी हिंदू रक्षा दल ने ली है. खुद को हिंदू रक्षा दल का अध्यक्ष बताते हुए पिंकी चौधरी ने कहा है कि उनके कार्यकर्ताओं ने ही जेएनयू परिसर में जाकर हमला कर किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने ये भी कहा है कि जो भी देश विरोधी गितिविधि करेगा, उसके साथ यहीं अंजाम होगा. बताया जा रहा है कि पिंकी चौधरी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए इस घटना की जिम्मेदारी ली है.
Source : News Nation Bureau