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जामिया विश्‍वविद्यालय 5 जनवरी तक बंद, सर्दी में एक छात्र ने कपड़े उतारकर किया प्रदर्शन

दिल्‍ली (Delhi) में हिंसा को देखते हुए जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय (Jamia Milia Islamia University) को अगले साल 5 जनवरी तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है.

Updated on: 16 Dec 2019, 10:11 AM

नई दिल्‍ली:

दिल्‍ली (Delhi) में हिंसा को देखते हुए जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय (Jamia Milia Islamia University) को अगले साल 5 जनवरी तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है. इसके बाद सोमवार सुबह से ही छात्र कैंपस खाली करने लगे. विश्‍वविद्यालय के गेट पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. शहजाद (Shehjad) नाम के एक छात्र ने कड़ाके की सर्दी में कपड़े उतारकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पत्रकारों ने ठंड की दुहाई देते हुए शहजाद से कपड़ा पहन लेने की अपील की तो शहजाद ने मना कर दिया.  उधर, दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) ने रविवार रात को हिरासत में लिए छात्रों को सोमवार सुबह रिहा कर दिया. रात में दिल्‍ली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया.

जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में 5 जनवरी तक छुट्टी की घोषणा होने के बाद छात्रों ने कैंपस छोड़ना शुरू कर दिया है. उधर, जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में जेएनयू, एएमयू और मौलाना आजाद विश्‍वविद्यालय के छात्र भी आ गए हैं. मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) छात्र संघ ने जामिया और AMU छात्रों पर पुलिस के कथित हमले के खिलाफ MANUU छात्रों ने विरोध जताया है. MANUU छात्रों ने विश्वविद्यालय की परीक्षा के नियंत्रक को लिखकर परीक्षा स्‍थगित करने का अनुरोध किया है.

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नागरिकता संशोधन अधिनियम (CCA) को लेकर रविवार को प्रदर्शन के हिंसक हो जाने पर राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों व राहगीरों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने सीएए को लेकर प्रदर्शन किया. नाराज भीड़ ने करीब पांच बसों को आग लगा दिया या क्षतिग्रस्त किया और इसके अलावा विभिन्न कारों व एक बाइक को निशाना बनाया. पथराव में दो अग्निशमन अधिकारी घायल हो गए. नए नागरिकता अधिनियम को लेकर दक्षिण दिल्ली में करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला. आगजनी व पथराव करने वाली उन्मत्त भीड़ ने निवासियों को धमकियां दीं.