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जामिया मिल्‍लिया इस्‍लामिया के छात्रों ने जीता लोगों का दिल, जानें कैसे

विश्वविद्यालय के एक छात्र ने कहा, यह हमारा परिसर है और हमें चाहिए कि हम इसे साफ रखें. प्रदर्शनकर्ताओं और आने जाने वाले लोगों द्वारा फैलाए गए कचड़े को इकट्ठा करने का कार्य वह करेंगे.

Updated on: 18 Dec 2019, 08:52 AM

नई दिल्‍ली:

विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के चौथे दिन यहां जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों और स्थानीय लोगों ने प्रदर्शनकर्त्ताओं के द्वारा फैलाए गए कचड़े को साफ कर इस बात को सुनिश्चित करने का कार्य किया कि विश्वविद्यालय के पास की सड़कें स्वच्छ बनी रहें. विश्वविद्यालय के एक छात्र आकिब ने आईएएनएस से कहा, "यह हमारा परिसर है और हमें चाहिए कि हम इसे साफ रखें. भीड़ का प्रबंधन कर रहे विश्वविद्यालय के छात्रों ने फैसला किया कि प्रदर्शनकत्ताओं और आने जाने वाले लोगों के द्वारा फैलाए गए कचड़े को इकट्ठा करने का कार्य वह करेंगे."

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उन्होंने कहा, "हमने विश्वविद्यालय परिसर क्षेत्र से कूड़ा इकट्ठा किया और बाद में परिसर के पास कचरे के डब्बों में इसे फेंक दिया गया." एक अन्य छात्र फराज खान ने कहा, "जैसा कि हम सीएए और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्ट्रार (एनआरसी) पर अपना विरोध जारी रखते है, हम सुनिश्चित करते हैं कि विरोध स्थल यानी गेट नंबर 7 को स्वच्छ रखा जाए."

उन्होंने कहा, "हमने डिस्पोजेबल पानी की बोतलें, बिस्कुट के पैकेट, पेपर कट जैसे कचरे को इकट्ठा किया। चाय के कप, छोड़े गए पोस्टर और अन्य सामान को डस्ट बिन में डंप किया गया." असदक ने कहा कि स्थानीय लोगों ने इस बात का ध्यान रखा कि प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी भूखे पेट ना जाएं.

उन्होंने कहा, "प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों के लिए वह हर बार पानी, बिस्कुट, बिरयानी, फल और जूस लेकर आ रहे थे." असदक ने आगे कहा, "इस्तेमाल में आने के तुरंत बाद इस बात का ध्यान रखा जा रहा था कि फेंके गए पैकेट को तुरंत उसी समय उठाकर रख लिया जाए। हमने यह भी सुनिश्चित किया कि प्रदर्शन के चलते इलाके में यातायात की समस्या बाधित ना हो."

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उन्होंने कहा कि स्थानीय वॉलेंटियर ने भी इस बात का ध्यान रखा कि विश्वविद्यालय परिसर के पास यातायात प्रभावित ना हो.