देशभर में मंगलवार मध्य रात्रि से 21 दिनों के ‘लॉकडाउन’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की घोषणा के बाद भारतीय रेल (Indian Railway) ने कहा कि उसकी सभी यात्री सेवाएं अब 14 अप्रैल तक बंद रहेंगी. हालांकि, देश भर में आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए माल ढुलाई जारी रहेगी. रेलवे ने रविवार को घोषणा की थी कि 22 मार्च से 31 मार्च तक इसकी सभी यात्री सेवाएं बंद रहेंगी और सिर्फ मालगाड़ियां ही इस दौरान चलेंगी. इस निलंबन में सभी उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी शामिल हैं.
यह भी पढे़ंःबिहार इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जारी, 80.44 प्रतिशत बच्चे हुए सफल, यहां देखें Result
इस बीच भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लोगों से कहा कि वे ट्रेनों की ऑनलाइन बुक की गई टिकटों को रद्द न करें और उन्हें खुद ही पूरा पैसा मिल जाएगा. भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से सभी यात्री सेवाओं को निलंबित करने के लिये बाध्य होने के बावजूद वह देश में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है। रेलवे ने बताया कि 23 मार्च को अनाज, नमक, खाद्य तेल, चीनी, दूध, फल और सब्जियां, प्याज, कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों के 474 रैक तैयार किए गए.
यह भी पढे़ंःदेश में Corona Virus के चलते 21 दिनों तक लॉकडाउन, PM मोदी ने कही ये 10 बड़ी बातें
रेलवे बोर्ड ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए अपनी सभी निर्माण इकाइयों को निर्देश जारी कर अस्पताल के सामान्य बेड, मेडिकल ट्रॉली और पृथक सुविधाएं तथा आईवी स्टैंड जैसी चीजों के निर्माण की संभावना का पता लगाने को कहा है. आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद भारतीय रेल ने यात्री की सारी सेवाएं रद्द कर दी हैं. इंडियन रेलवे का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर यह बड़ा कदम उठाया गया है.