भाजपा सरकार ने 11 साल में दी 17 करोड़ नौकरियां, मेडिकल सीट्स हुईं दोगुनी, पढ़ें मोदी कार्यकाल की उपलब्धियां
Honeymoon Murder Live Updates: राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, सोनम ने ही कराई थी पति की हत्या, यहां जानें हर अपडेट
विजय माल्या के घर की बहू बनना चाहती थीं दीपिका पादुकोण, फिर इस गंदी हरकत की वजह से तोड़ा रिश्ता
'द रॉयल्स' की स्क्रिप्ट दिलचस्प थी, मैंने डेढ़ दिन में ही पूरी पढ़ ली- ईशान खट्टर
पीएम मोदी ने महिलाओं का बढ़ाया मान, लखपति दीदी के जरिए बनाया आत्मनिर्भर : पद्मश्री फूलबासन बाई
11 साल में मोदी सरकार ने कई वादे नहीं किए पूरे : उदित राज
पीएम मोदी ने खेल के लिए किया शानदार काम, उनके विजन में भारत बनेगा नंबर वन : पैरा-एथलीट के. वाई. वेंकटेश
संजय दत्त के बच्चे हो गए इतने बड़े, दादी नरगिस जैसी खूबसूरत हैं बेटी इकरा, तो बेटे शहरान में दिखती है पापा की परछाई
मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास लोकल ट्रेन से गिरे लोग, कई घायल, सीएम फडणवीस ने जताया दुख

नेपाल के विवादित नक्शे पर भारत का जवाब, कहा- हम अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं

भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने नेपाल के नये मानचित्र में उत्तराखंड के कालापानी, धारचुला और लिपुलेख को शामिल करने के मुद्दे को लेकर नेपाल सरकार के समक्ष अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है .

author-image
nitu pandey
New Update
nepal

मानचित्र विवाद : 'नेपाल को भारत की स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं'( Photo Credit : फाइल फोटो)

भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने नेपाल के नये मानचित्र में उत्तराखंड के कालापानी, धारचुला और लिपुलेख को शामिल करने के मुद्दे को लेकर नेपाल सरकार के समक्ष अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है और आशा व्यक्त की कि पड़ोसी देश दोनों देशों के सांस्कृतिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों का खयाल रखेगा.

Advertisment

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ऑनलाइन माध्यम से साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में इस संबंध में पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है . भारत, नेपाल के साथ अपने सभ्यता से जुड़े सांस्कृतिक और दोस्ताना संबंधो को काफी महत्व देता है.’

उन्होंने कहा कि हमारी बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी हाल के वर्षों में काफी बढ़ी है और उनका विविधीकरण हुआ है . इसमें भारत सरकार की तरफ से नेपाल को मानवीय सहायता देना, विकास और परियोजना सम्पर्क में मदद शामिल है . विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि क्षेत्र में कोविड-19 से निपटने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साझा रणनीति के तहत भारत ने हाल ही में नेपाल सहित सभी मित्रवत पड़ोसी देशों तक पहुंच स्थापित की है.

इसे भी पढ़ें:भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की बढ़ेंगी मुश्किलें, भारत ने ब्रिटेन से की ये अपील

उन्होंने कहा कि भारत ने नेपाल को हरसंभव तकनीकी, चिकित्सकीय और मानवीय सहायता पहुंचायी है. उन्होंने कहा कि हमने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, पैरासिटामोल, जांच किट एवं अन्य चिकित्सा आपूर्ति उपलब्ध करायी . श्रीवास्तव ने कहा कि भारत सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि दोनों ओर लॉकडाउन लागू होने के बावजूद नेपाल से कारोबार एवं उसे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित न हो.

और पढ़ें: सीजफायर तोड़ने पर Indian Army ने LoC पार 10 पाकिस्तानी चौकियां उड़ाईं

भारत ने मानवीय आधार पर बाहर फंसे नेपाली नागरिक को पहुंचाने में भी मदद की . गौरतलब है कि नेपाल ने हाल ही में एक नया राजनीतिक मानचित्र (नक्‍शा) स्वीकार किया है जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाली क्षेत्र में दर्शाया गया है. भारत ने नेपाल के इस कदम पर कड़ा विरोध जताया है और उसका कहना है कि ये क्षेत्र उसके हैं. नेपाली संसद में इस नये मानचित्र पर शनिवार को मतदान होने की उम्मीद है. 

Source : Bhasha

nepal MEA dispute Map INDIA
      
Advertisment