यमुना में आई बाढ़ के कारण नोएडा के कई इलाकों में जलभराव के हालात देखे जा रहे हैं. लोगों को याता की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
यमुना में आए उफान का असर न सिर्फ इसके किनारे के इलाकों में नहीं बल्कि अब दिल्ली के अंदरूनी इलाकों में देखने को मिल रहा है. यमुना में गिरने वाला सबसे बड़ा नाला नजफगढ़ ड्रेन, जिसमें कई छोटे व मंझोले नाले गिरते हैं, उसके फाटक बंद कर दिए गए हैं. इससे कॉलोनियों में पानी की निकासी की प्रणाली में रुकावट देखी गई है. इससे काॅलोनियों में पानी की निकासी की प्रणाली में रुकावट देखी गई है. इसका नतीजा काॅलोनियों में जलभराव की समस्या एक बड़ी मुसीबत का रूप ले रही है. इस दौरान करीब ढाई हजार फ्लैटों वाली हस्तसाल डीडीए काॅलोनी के एक किनारे से नजफगढ़ ड्रेन तो एक किनारे से पंखा रोड ड्रेन गुजरता है. कॉलोनी के पानी का प्रवाह पंखा रोड ड्रेन की ओर है. पंखा रोड ड्रेन का पानी नजफगढ़ ड्रेन में गिरता है. यमुना में आए उफान व लगातार हो रही बरसात की वजह से नजफगढ़ ड्रेन का जलस्तर काफी बढ़ गया है.
यमुना नदी का पानी पूरे उफान पर है. इस बीच मूसलाधार बरसात ने लोगों की परेशानी को बढ़ाया है. गर्मी और उमस से राहत के बीच लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा है. इसी बीच नोएडा के सेक्टर 150 के पास यमुना में आई बाढ़ में करोड़ों के फार्म हाउस डूब गए. यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से नोएडा सेक्टर 135 में जलभराव के हालात देखे गए हैं. प्रशासन निचले इलाकों में सतर्कता और निकासी के निर्देश दिए हैं. नोएडा के सेक्टर 128 और 167 में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.