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राजधानी में बाढ़ का खतरा, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पास

दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ पहाड़ों पर तेज बारिश से दिल्ली में यमुना नदी इस वक्त उफान पर है. बुधवार को हरियाणा के यमुनानगर मे हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली की तरफ तकरीबन 1 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया.

Updated on: 31 Jul 2021, 11:09 AM

highlights

  • यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे आया
  • यमुना का जलस्तर 204.97 मीटर पर आ गया 
  • शुक्रवार को जलस्तर 205.60 मीटर तक पहुंच गया था

 

 

नई दिल्ली:

दिल्ली के लिए राहत की खबर है. यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे आ गया है. शनिवार सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 204.97 मीटर पर आ गया, जबकि खतरे के निशान 205.33 मीटर है. शुक्रवार रात 10:00 बजे यमुना का जलस्तर 205.60 मीटर तक पहुंच गया था. हालांकि चिंता की बात अभी भी बनी हुई है क्योंकि यमुना का जलस्तर 204.50 मीटर के वार्निंग लेवल से अभी भी ऊपर है. दरअसल, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ पहाड़ों पर तेज बारिश से दिल्ली में यमुना नदी इस वक्त उफान पर है. बुधवार को हरियाणा के यमुनानगर मे हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली की तरफ तकरीबन 1 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिस वजह से यमुना के पानी का बहाव तेज़ होता गया और राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान के पास पहुंच गया है.

बता दें कि यमुना नदी में 204.50 मीटर वार्निंग लेवल होता है और शुक्रवार सुबह यमुना वार्निंग लेवल से ऊपर और डेंजर लेवल के करीब तेज़ बहाव से बह रही थी. यमुना का डेंजर लेवल 205.33 मीटर होता है. कुछ ही घंटों बाद सुबह 11 बजे यमुना नदी का जलस्तर डेंजर लेवल यानी खतरे के निशान को पार कर गया और यमुना का जलस्तर 205. 34 मीटर पर पुहंच गया और घंटे दर घंटे यमुना का जलस्तर बढ़ता ही चला गया.

करीब 1 बजे यमुना का जल स्तर 205.37 मीटर पुहंच गया. सभी टीमें अलर्ट मोड पर हैं क्योंकि इस वक्त दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. दिल्ली में अगर यमुना का जलस्तर और बढ़ता है और निचले इलाके पानी में डूब जाते हैं तो दिल्ली से सटे कई निचले इलाकों में रहने वाले तकरीबन 10 हजार से ज्यादा लोग इस बाढ़ से प्रभावित होंगे. बदरपुर से लेकर जैतपुर तक बाढ़ के प्रभाव का खतरे लोगों के ऊपर मंडरा रहा है. जो इलाके इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते है उसमें बुराड़ी, जैतपुर, बदरपुर, यमुना खादर, उस्मानपुर, मजनू का टीला इलाके से सटी बस्तिया, चिल्ला, ओखला में बसी झुग्गियों जैसे इलाके शामिल हैं.