/newsnation/media/post_attachments/images/2023/07/11/delhi-old-yamuna-bridge-27.jpg)
Flood crisis in Delhi( Photo Credit : social media)
दिल्ली-NCR में बीते कुछ समय से बारिश नहीं हो रही है. इसके बावजूद यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे खतरे की ओर बढ़ रहा है. बीते दिनों बारिश के साथ हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से यहां पर बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे. यहां पर शुक्रवार यानि 21 जुलाई को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया . हालांकि शनिवार को सुबह 9 बजे तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे रहा. प्रशासन की ओर से लोगों से यमुना से दूर रहने की सलाह दी है. बताया जा रहा है कि हथिनी कुंड बैराज से आज यानी शनिवार सुबह 9 बजे तक 1 लाख 47 हजार क्यूसेक तक छोड़ा गया है.
वहीं 10 बजे 2 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. 11 बजे 2 लाख 23 हजार क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है. ऐसा कहा जा रहा है कि अगर आज के दिन हर घंटे हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ा जाता है तो अगले 24 से 48 घंटे के बीच इसका असर दिखाई देगा. दिल्ली में यमुना जलस्तर खतरे के निशान( 205.33 मीटर) को पार कर सकता है.
गाज़ियाबाद की हिंडन नदी भी उफान पर है. यहां के आसपास के निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है. एनसीआर क्षेत्र के कई इलाकों में बहने वाली नदी से खतरा मंडराने लगा है. बताया जा रहा है कि हिंडन नदी का पानी कई कालोनियों में तेजी से घुस रहा है. प्रशासन ने हिंडन के किनारे रह रहे लोगों को उचित जगहों पर जाने के लिए कहा है. हिंडन भी खतरे के निशान पर है. इसका जलस्तर 205.80 मीटर है. एनडीआरएफ की टीम भेजने की तैयारी की जा रही है. हिंडन का जलस्तर बढ़ने के कारण गाजियाबाद की सिटी फॉरेस्ट कॉलोनी ,कृष्ण गौशाला कॉलोनी, करेड़ कॉलोनी में पानी तेजी से बढ़ रहा है. संकट में फंसे लोगों ने सरकार से राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और सिंचाई विभाग की टीम भेजने की गुजारिश की है.