मुझपर गोली चलाना अति राष्ट्रवाद का नतीजा, जामिया गोलीकांड के शिकार छात्र ने कहा

जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्‍वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) के बाहर सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में घायल हुए विश्वविद्यालय के छात्र ने इस घटना को ‘अतिराष्ट्रवाद का परिणाम’ करार दिया है.

जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्‍वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) के बाहर सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में घायल हुए विश्वविद्यालय के छात्र ने इस घटना को ‘अतिराष्ट्रवाद का परिणाम’ करार दिया है.

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Sunil Mishra
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मुझपर गोली चलाना अति राष्ट्रवाद का नतीजा, जामिया गोलीकांड के शिकार छात्र ने कहा

मुझपर गोलियां चलाना अति राष्ट्रवाद का नतीजा: शादाब फारूक( Photo Credit : ANI Twitter)

जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्‍वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) के बाहर सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में घायल हुए विश्वविद्यालय के छात्र ने इस घटना को ‘अतिराष्ट्रवाद का परिणाम’ करार दिया है. शादाब फारूक ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि बृहस्पतिवार को जो कुछ हुआ उसे ‘अतिराष्ट्रवाद का नतीजा’ कहा जा सकता है. उसने लिखा, ‘‘यदि आप इसे एक प्रदर्शन बनाना चाहते हैं तो आप बनाइए. काला झंडा उठाइए, लाल झंडा उठाइए.’’ उसने कहा कि इस घटना के लिए अकेले दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. उसने कहा कि जामिया प्रशासन और कुलपति को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

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जनसंचार पाठ्यक्रम के छात्र ने इस घटना का ब्योरा दिया और कहा कि जामिया समन्वय समिति ने 30 जनवरी को विश्वविद्यालय से राजघाट तक गांधी मार्च का आह्वान किया था. उसने लिखा, ‘‘ मैं उसमें शामिल होने वाला था और मार्च के आगे बढ़ने के लिए भीड़ का इंतजार कर रहा था, तभी मैंने देखा कि अचानक एक व्यक्ति हाथ में पिस्तौल लिये होली फैमिली (अस्पताल) की ओर बढ़ रहा है. मैंने देखा वहां मेरे कुछ दोस्त खड़े थे. मैं उसे शांत करने के लिए तत्काल उसकी ओर दौड़ा.’’

उसने लिखा, ‘‘लोग पुलिस से उसे रोकने के लिए कह रहे थे. वे लगातार चिल्ला रहे थे कि उसके पास पिस्तौल है लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी. बजाय वह वीडियो बनाती रही. मैं कहता रहा कि बंदूक रख दो. मैंने दो बार कहा. जब मैंने तीसरी बार ऐसा कहा तो उसने मेरे गोली चला दी.’’ फारूक ने कहा कि उसने जो कुछ किया, वह कोई नायक का काम नहीं था बल्कि उसे जो सही लगा, उसने किया.

उधर, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) के बाहर रविवार रात दो बदमाशों के कथित गोलीबारी करने की घटना में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. संशोधित नागरिकता कानून (CAA-सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बनाए गए विश्वविद्यालय के छात्रों और पूर्व छात्रों के समूह ‘जामिया समन्वय समिति’ (जेसीसी) के एक बयान के अनुसार हमलावर लाल रंग की मोटरसाइकिल पर आए थे. बयान में कहा गया है कि एक बदमाश ने लाल रंग की जैकेट पहन रखी थी.

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पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता और सशस्त्र अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत हत्या की कोशिश का एक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है. जामिया नगर में इस एक ही सप्ताह में गोलीबारी की यह तीसरी घटना है.

Source : Bhasha

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