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दिल्ली में हर 4 मिनट में सांसे थम रही एक कोरोना संक्रमित की

दिल्ली में पिछले 4 दिनों में कुल 1527 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घण्टे में ही 395 लोग दम तोड़ चुके है.

Updated on: 01 May 2021, 09:48 AM

highlights

दिल्ली में प्रत्येक 4 मिनट में एक कोरोना संक्रमित की मौत

पिछले 4 दिनों में कुल 1527 लोगों की कोविड से मौत हुई

मरीज के फेफड़े तीन से चार दिन में ही खराब हो रहे

नई दिल्ली:

राजधानी में कोरोना वायरस (Corona Virus) का संक्रमण कितना भयानक रूप ले चुका है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली (Delhi) में प्रत्येक 4 मिनट में एक कोरोना संक्रमित की मौत हो रही है. लगातार बढ़ रहे मौत के आंकड़ों के साथ कुल मृत्युदर (Death Rate) में भी इजाफा हो रहा है. आलम यह है कि देश के प्रमुख शहरों में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें दिल्ली में ही हो रही है. दिल्ली में पिछले 4 दिनों में कुल 1527 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घण्टे में ही 395 लोग दम तोड़ चुके है. हर एक घण्टे में 17 लोग जान गवां रहे है. इस हिसाब से देखे तो प्रति चार मिनट में एक मौत हो रही है.

सबसे ज्यादा मौतें दिल्ली में हो रही
मृतकों की लगातार बढ़ती संख्या के चलते कुल मौत का आंकड़ा भी 15,772 पहुंच गया है. देश के प्रमुख चार शहरों मुंबई, चेन्नई कोलकाता और दिल्ली में सबसे ज्यादा मौते दिल्ली में ही हुई है. इस समय राजधानी में 4 हजार से ज्यादा मरीज आईसीयू में भर्ती है. इन सभी रोगियों की हालत काफी गंभीर है. ऐसे में आने वाले समय में मौत के आंकड़ों में गिरावट होती नहीं दिखाई दे रही है. मौत के बढ़ते मामलों पर अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ प्रदीप कुमार सिंघल का कहना है कि दिल्ली में पिछले 1 महीने से रिकॉर्ड स्तर पर संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. अधिक संक्रमित मिलने की वजह से मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना का डबल म्युटेंट और नया स्ट्रेन काफी घातक साबित हो रहा है. 

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प्रतिदन औसत 380 लोग रहे कोरोना से मर
विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय संक्रमित होने के बाद मरीज के फेफड़े तीन से चार दिन में ही खराब हो रहे हैं और उनको अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है. इसके चलते कई लोगों की मौत हो रही है. डॉक्टर के मुताबिक, इस समय जरूरी है कि गंभीर रोगियों को जल्द से जल्द इलाज मिले. साथ ही कुछ और सख्ती भी बरतने की जरूरत है, जिससे संक्रमण के दैनिक मामलों पर लगाम लगाई जा सके. राजधानी में पिछले साल नवंबर में आई कोरोना की तीसरी लहर के मुकाबले इस समय करीब चार गुना लोगों की मौत रोजाना हो रही है. तब नवंबर में प्रतिदिन औसतन 100 लोग जान गवा रहे थे. वहीं, इस समय यह आंकड़ा 380 का है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस समय दिल्ली में अन्य राज्यों के काफी मरीज गंभीर हालत में भर्ती हो रहे हैं. उन लोगों की भी मौतें हो रही. इससे मौतों के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है.