दिल्ली में हवा की क्वालिटी सुधारने के लिए एक अहम कदम उठाते हुए पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा गुरुवार को एक ‘ओपन इनोवेशन चैलेंज’ का ऐलान किया. इस चैलेंज का मकसद आम जनता और नये स्टार्टअप्स को दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ जारी लड़ाई में हिस्सा लेने का मौका देना है. पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सरकार अब ट्रांसपोर्ट को समस्या नहीं, बल्कि समाधान का हिस्सा बनाने जा रही है.
इसके तहत बसों और ट्रकों पर ऐसे डिवाइसेज लगाए जाएंगे जो हवा में प्रदूषण को कम कर सकें. उन्होंने कहा, “हमने ठान लिया है कि दिल्ली के प्रदूषण को साइंस और टेक्नोलॉजी की मदद से हराएंगे. आमतौर पर प्रदूषण का जनक माना जाने वाला ट्रांसपोर्ट अब इसके समाधान का हिस्सा बनेगा. हम इन्नोवेशन में विश्वास रखते हैं. इन्नोवेशन ही पॉल्यूशन को खत्म करेगा.”
अहम प्रस्तावों को सरकार का समर्थन
दिल्ली सरकार जल्द ही एक स्कीम लॉन्च करेगी जिसमें आम लोग और स्टार्टअप्स अपने आइडिया दे सकते हैं. ये सुझाव ऐसे उपकरणों से जुड़े होंगे जिन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल्स की छतों पर लगाकर हवा को साफ किया जा सके. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “हम भारतीयों में इन्नोवेशन की कोई कमी नहीं है, लेकिन कई बार ये इन्नोवेशन लालफीताशाही और प्रक्रियागत पेचीदगियों में फंसकर दब जाता है.” एक साइंटिफिक पैनल इन आइडियाज़ को तीन बिन्दुओं पर परखेगा- एफिकेसी, कॉस्ट और पावर एफिशिएंसी. जिन प्रस्तावों को अप्रूवल मिलेगा, उनके लिए सरकार टेंडर निकाल सकती है. महत्वपूर्ण प्रस्तावों को सरकार का समर्थन भी मिल सकता है.
प्रदूषण को कम कर इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन को बढ़ाना
इस परियोजना की समय सीमा पर बात करते हुए मंत्री ने कहा, “जो चीज़ सचमुच काम की है, उसे बनने में थोड़ा वक्त तो लगता है. यह स्कीम सिर्फ स्कीम के लिए नहीं है. इसका मकसद है प्रदूषण को कम कर इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन को बढ़ाना. यह हमारी सरकार की दो प्रमुख प्राथमिकताएं हैं.” उन्होंने बताया कि पिछले दो महीनों के दौरान सरकार ने उद्यमियों, स्टेकहोल्डर्स और एक्सपर्ट्स के साथ कई लंबी बैठकें की हैं ताकि इस पहल को सही दिशा दी जा सके.
डस्ट मिटिगेशन मशीनों का लाइव प्रदर्शन किया
इस घोषणा के साथ ही, आज दिल्ली सचिवालय के बाहर एडवांस्ड डस्ट मिटिगेशन मशीनों का लाइव प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में शामिल थे– तीन पूर्णरूप से इलेक्ट्रिक जीरो-एमिशन व्हीकल्स, एक रोड स्वीपर, एक मोबाइल लिटर सक्शन यूनिट और एक हाई-प्रेशर वॉटर जेटिंग मशीन. ये सभी लिथियम ऑयन बैटरी से संचालित होते हैं और अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियों में मल्टीफंक्शनल क्लीनिंग करने में सक्षम हैं.
दीवारों और सतह को साफ करने की क्षमता दिखाई
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “ये सिर्फ मशीनें नहीं हैं, ये एक नया अप्रोच दिखाती हैं. पिछली सरकारें सिर्फ खोखले वादे करती थीं, लेकिन हम जमीनी स्तर पर काम करके दिखा रहे हैं. टेक्नोलॉजी और साफ इरादे के साथ हम दिल्ली की सड़कों को सच में क्लीन बना रहे हैं.” रोड स्वीपर को एक ही साथ स्वीपिंग, वैक्यूम क्लीनिंग और पानी का छिड़काव करते दिखाया गया. लिटर सक्शन यूनिट कॉम्पैक्ट थी और पार्कों व संकरी गलियों के लिए उचित मानी गई. वहीं वॉटर जेटिंग व्हीकल (500 लीटर कैपेसिटी) ने रोड, दीवारों और सतह को साफ करने की क्षमता दिखाई.
पर्यावरण मंत्री ने पहले से मौजूद एंटी स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंक्लरों का भी रिव्यू किया और देखा कि ये कैसे PM 2.5 और PM 10 जैसे पार्टिकुलेट मैटर को कम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमारी प्रदूषण से लड़ाई तीन बिंदुओं पर आधारित है- टेक्नोलॉजी, स्पीड और गंभीरता. हम हर उस समाधान को अपनाने के लिए तैयार हैं जो हवा और सड़कों को वाकई में साफ कर सके.”