दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी को हरित और स्वच्छ बनाने के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान की शुरुआत की.मुख्यमंत्री ने शालीमार बाग स्थित राजकीय बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इस अभियान की शुरुआत की. मुख्यमंत्री नें ‘सिंदूर’ का पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की . उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे अपनी मां और मातृभूमि के नाम पर कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं.
इस वर्ष 70 लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बताया कि दिल्ली सरकार इस वर्ष 70 लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. यह पहल स्कूलों, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संस्थाओं और सरकारी विभागों के सहयोग से संचालित की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण न केवल दिल्ली को हरा-भरा बनाएगा, बल्कि वायु प्रदूषण से लड़ने में सबसे प्रभावी उपाय भी सिद्ध होगा. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘सिंदूर’ का पौधा लगाने की पहल को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि इसने उन्हें भी अपनी मां के नाम पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने इसे ईश्वर की इच्छा बताया कि उन्हें जनसुनवाई के दौरान ही सिंदूर का पौधा उपहार में मिला.
दिल्ली की मुख्यमंत्री ने क्या कहा
रेखा गुप्ता ने पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि राजनीतिक कारणों से केंद्र सरकार की कई जनहित योजनाओं को लागू नहीं किया गया, जिससे दिल्ली को नुकसान हुआ. उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे अब राजनीति से ऊपर उठकर पर्यावरण और समाज के हित में काम करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने समय में हर घर के आंगन में नीम, पीपल और बरगद जैसे वृक्ष होते थे, जिन्हें धार्मिक ही नहीं, वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता था. उन्होंने इन परंपराओं को फिर से अपनाने की आवश्यकता बताई ताकि पर्यावरण संतुलन को पुनर्स्थापित किया जा सके.
दिल्ली को हरा-भरा बनाने का लक्ष्य
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि जब हम एक पेड़ को अपनी मां के नाम समर्पित करते हैं, तो यह केवल एक पौधा नहीं होता, बल्कि प्रकृति के संरक्षण के लिए लिया गया एक व्यक्तिगत और भावनात्मक संकल्प होता है. उन्होंने कहा कि यह अभियान नई पीढ़ी को प्रकृति से जोड़ने का माध्यम बनेगा. मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता, कॉरपोरेट कंपनियों, धार्मिक और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे फ्लाईओवरों के नीचे, सड़कों के किनारे और अन्य खाली जगहों पर अधिक से अधिक पेड़ लगाकर दिल्ली को हरा-भरा, स्वच्छ और सुंदर बनाने में सहयोग करें.