दिल्ली में CAA के प्रदर्शन स्थलों पर तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहे डॉक्टर

एम्स के एक मनोचिकित्सक अजय वर्मा ने कहा कि उन्होंने देखा कि प्रदर्शनकारियों को जब दरियागंज पुलिस थाने में ले जाया गया

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Sushil Kumar
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प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के मकसद से चिकित्सकों का एक दल भी वहां पहुंच रहा है. एम्स के एक मनोचिकित्सक अजय वर्मा ने कहा कि उन्होंने देखा कि प्रदर्शनकारियों को जब दरियागंज पुलिस थाने में ले जाया गया, तब कैसे उन्हें चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने से इनकार कर दिया गया. वर्मा ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस तरह की कोई घटना न दोहराई जाए, हमने दो एम्बुलेंसों की व्यवस्था की है, जिन्हें हम सभी प्रदर्शन स्थलों पर ले जाते हैं और जरुरतमंद को चिकित्सा सुविधा प्रदान करते हैं.’’ उन्होंने कहा कि 30 डॉक्टरों का एक समूह है जो जन सहयोग के जरिये काम कर रहे हैं और दिल्ली में प्रदर्शनकारियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने की कोशिश कर रहा है. 

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नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हिंसा की घटनाओं के संबंध में यूपी पुलिस ने 879 लोगों को गिरफ्तार किया जबकि 164 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा 5,312 लोगों को प्रतिबंधात्मक हिरासत में लिया गया है जबकि इस दौरान पुलिस के 288 जवानों को भी चोटें आईं हैं इनमें से 61 पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों की आगजनी के दौरान घायल हुए हैं. इसके पहले उत्तर प्रदेश लॉ एंड ऑर्डर आईजी प्रवीण कुमार ने शनिवार को बताया था कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पूरे प्रदेश में 10 दिसंबर से लेकर 22 दिसंबर तक 124 उपद्रियों पर FIR दर्ज हुई है वहीं 705 लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अब तक जेल भेजा गया था. जबकि 4500 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद निजी मुचलके पर छोड़ा गया है.

प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पथराव और आगजनी में यूपी पुलिस के 263 जवान घायल हुए हैं जबकि इस दौरान 15 व्यक्तियों की मौत हुई है. यहां उन्होंने एक बात और बताई कि प्रदर्शन के दौरान किसी भी व्यक्ति की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है. देश में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी हिंसक प्रदर्शन में अर्बन नक्सल और टुकड़े टुकड़े गैंग का हाथ होने का दावा करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को इस नये कानून और एनआरसी के बारे में फैलाये जा रहे भ्रम को बेबुनियाद करार दिया और कहा कि यह कानून किसी भी भारतीय नागरिक पर लागू नहीं होता और इससे किसी की नागरिकता नहीं जाएगी. पटना स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए रविशंकर ने कहा, 'संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में जारी हिंसा प्रायोजित है और इसमें अर्बन नक्सलियों के अलावा बडी संख्या में टुकडे टुकडे गैंग के लोग खड़े हैं.'

Source : Bhasha

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