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दिल्ली में सबसे कम डेथ रेट, पॉजिटीविटी रेट कम होने की उम्मीद- मनीष सिसोदिया

बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में डेथ रेट 1.5 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश के लिए डेथ रेट परेशानी का सबब बना हुआ है.

Updated on: 25 Nov 2020, 01:12 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से स्थिति बिगड़ती जा रही है. बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 10 नवंबर के आसपास इस वेव का पीक देखने को मिला था. उन्होंने कहा कि 7 नवंबर को पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी था, जो अब 10 फीसदी पर आ गया है. सिसोदिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि ये और नीचे आएगा. राहत की बात है कि दिल्ली में डेथ रेट 1.5 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश के लिए डेथ रेट परेशानी का सबब बना हुआ है. दिल्ली में बेटर हेल्थ मैनेजमेंट की वजह से ये कम है. 

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मनीष सिसोदिया ने कहा, 'एक भी आदमी की मौत हमारे लिए बहुत बड़ा कंसर्न है, लेकिन अगर ओवरऑल देखें तो हेल्थ मैनेजमेंट की वजह से 100 संक्रमितों में से 1.5 लोगों की डेथ हो रही है. आश्चर्य है कि बड़ोदा जैसे शहर में डेथ रेट 4 फीसदी के आसपास है. उस मामले में दिल्ली में थोड़ी राहत है, पर इसे मिनिमम करने की हमारी कोशिश है.' उन्होंने कहा कि  अभी पराली की वजह से परेशानी हुई. चारों तरफ पराली का धुआं फैला था, जिसने कोरोना के मरीजों को नुकसान हुआ.

उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'कल हमने प्रधानमंत्री को कहा कि हमें कोरोना को इस रूप में भी देखना होगा कि पॉल्युशन इस पर कितना असर डाल रहा है. अब जब पराली का सॉल्यूशन निकाला है तो प्रधानमंत्री को पराली के मुद्दे पर लीड करते हुए 3-4 राज्यों को साथ मिल कर रोकें.' स्कूल खोलने को लेकर सिसोदिया ने कहा, 'जब तक वैक्सीन नहीं आती सरकार स्कूल खोलने पर विचार भी नहीं करेंगे. मैं खुद भी एक अभिभावक हूं, अभी स्कूल खोलने की परिस्थिति नहीं है. हम दूर दूर तक स्कूल खोलने नहीं जा रहे हैं.'

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मनीष सिसोदिया ने कहा कि सब संस्थाओं को राजनीति से ऊपर होकर सोचना चाहिए और मिलकर सोचना चाहिए कि दिल्ली में बेटर स्थिति क्यों है. उन्होंने कहा, 'जहां 100 में से 4 या 3 लोगों की डेथ क्यों हो जा रही है? हमारा अपना अनुभव है कि होम आइसोलेशन बेस्ट पॉलिसी है. कोई भी राज्य का हेल्थ सिस्टम चरमरा जाएगा, अगर  होम आइसोलेशन नहीं होगा. इसी वजह से हमारे पास बैटर हेल्थ मैनेजमेंट है.'

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'हॉस्पिटल में बेड्स की कमी नहीं है. हमारे पास अब तो और भी ICU बेड्स हो गए हैं और प्रधानमंत्री से 1000 बेड्स और मांगे हैं. बेड्स की कमी नहीं है, जरा भी प्रॉब्लम है तो अस्पताल आएं. लॉकडाउन कोरोना का समाधान नहीं है, इसलिये लॉकडाउन या बाजार बंद करने की बात नहीं है.'