Delhi Yamuna water level: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. तेज बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है तो निचले इलाकों में एकबार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली में झमाझम बारिश की वजह से यमुना नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया है. उफान मार रहे यमुना का पानी ने खतरे के निशान को पार कर लिया है, जिसके आसपास के इलाकों के डूबने की आशंका बढ़ गई है. ऐसे में दिल्ली सरकार और प्रशासन इस पर पैनी नजर बनाए हुए है. यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गया है. यमुना में खतरे का निशान 204.50 मीटर है और दोपहर 1 बजे तक यमुना का जलस्तर 204.63 मीटर दर्ज किया गया. दोपहर एक बजे 1,90,837 क्यूसेक पानी हथिनीकुंड बैराज से यमुना में छोड़ा गया है.
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है. जैसे ही यमुना नदी 206 मीटर के जलस्तर को पार कर जाएगी, हम नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि CWC के मुताबिक दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर 203.58 मीटर है. कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की आशंका है. साथ ही, मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, यमुना में जल स्तर बहुत अधिक बढ़ने की उम्मीद नहीं है. अगर यमुना 206 मीटर के निशान को पार करती है, तो हम नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे.
लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने कहा कि बाढ़ को लेकर दिल्ली सरकार की पूरी तैयारी है. पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 2 दिनों में ही पानी 8-10 फूट बढ़ चुका है. अगले 24 घंटे में 10-12 फूट पानी बढ़ने की उम्मीद है. हमारा अनुमान है कि हमें करीब 30 हजार लोगों को निकालने की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए हमारी पूरी तैयारी हो गई है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से उनके राज्यों में बारिश से संबंधित स्थिति के बारे में चर्चा की। पीएम ने प्रभावित राज्यों को भारत सरकार की ओर से हरसंभव मदद और समर्थन का आश्वासन दिया.
Source : News Nation Bureau