Delhi Weather: करीब दस से बारह दिनों की राहत के बाद दिल्ली-एनसीआर में गर्मी ने एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था. सूरज की तीखी किरणें और लगातार बढ़ता तापमान लोगों को परेशान कर रहा था, लेकिन मंगलवार की शाम मौसम ने अचानक करवट ली. करीब चार बजे के बाद राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में तेज हवाएं चलनी शुरू हो गईं, और इसके बाद कई जगहों पर बारिश ने दस्तक दी. खास बात यह है कि बारिश और हवाओं के ये रुख दिल्ली से सटे इलाकों में भी देखने को मिला.
मौसम हुआ सुहावना, गर्मी से मिली राहत
बारिश के साथ ही मौसम सुहावना हो गया और तापमान में गिरावट महसूस की गई. तेज हवाओं और बौछारों ने जहां एक ओर गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत दी, वहीं दूसरी ओर सड़कों पर भी हलचल दिखी- लोग मौसम का आनंद लेने घरों से बाहर निकलते नजर आए. इस अप्रत्याशित बदलाव से तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो यह राहत ज्यादा दिनों तक टिकने वाली नहीं है.
तापमान और नमी का स्तर
सोमवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम था. वहीं, न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम था. हवा में नमी का स्तर सुबह के समय 64 प्रतिशत था, जो शाम होते-होते घटकर 30 प्रतिशत तक पहुंच गया.
राजधानी के कुछ इलाकों में गर्मी का असर अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा रहा. सबसे अधिक अधिकतम तापमान रिज क्षेत्र में 39.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान पीतमपुरा में 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे यह क्षेत्र राजधानी का सबसे गर्म हिस्सा बना रहा.
IMD ने जारी किया आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह ठंडक अस्थायी है. आने वाले तीन से चार दिनों में तापमान में फिर से इजाफा होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं और 15 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है.
इसके बाद के दिनों में तापमान में और तेजी आने की संभावना है, और पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है. यानी अभी की राहत थोड़े समय की मेहमान है और गर्मी फिर से अपने चरम पर पहुंच सकती है.
सावधानी की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मौसम में खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है. धूप से बचने, पर्याप्त पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी जा रही है. मौसम के इस उतार-चढ़ाव में वायरल संक्रमण और लू लगने का खतरा भी बढ़ जाता है.
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