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दिल्ली वक्फ बोर्ड का बड़ा ऐलान- कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान

देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली वक्फ बोर्ड ने कोरोना वायरस (Corona Virus) से मरने वाले मुस्लिम समाज के लोगों के लिए एक अलग कब्रिस्तान चिह्नित किया है.

Updated on: 15 Apr 2020, 11:48 PM

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में दिल्ली वक्फ बोर्ड ने कोरोना वायरस (Corona Virus) से मरने वाले मुस्लिम समाज के लोगों के लिए एक अलग कब्रिस्तान चिह्नित किया है. उन्होंने दिल्ली सरकार को एक पत्र लिखकर कहा कि कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार में आ रही परेशानी से दिल्ली वक्फ बोर्ड ने अपने एक कब्रिस्तान को इसके लिए चिन्हित किया है. कोरोना वायरस से मरने वालों के शवों कोदफनाने के लिए इस कब्रिस्तान का इस्तेमाल किया जा सकता है.

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दिल्ली वक्फ बोर्ड की ओर से चिन्हित किया गया ये कब्रिस्तान रिंग रोड पर मिलेनियम पार्क के करीब है और इसे जदीद कुरुस्तान के नाम से भी जाना जाता है. दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ एसएम अली ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव को लिखे एक पत्र में कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों को सुपुर्द-ए-खाक करने में समस्या आ रही है. सूचना या जानकारी की कमी से लोग दिल्ली के कब्रिस्तानों में ऐसे लोगों को दफन करने नहीं दे रहे हैं जोकि हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.

दिल्ली वक्फ बोर्ड ने बनाया Covid-19 कब्रिस्तान

दिल्ली वक्फ बोर्ड ने कहा, कोरोना वायरस के मरीजों के अंतिम संस्कार में कोई दिक्कत न हो इसे लेकर वक्फ बोर्ड ने अपने एक कब्रिस्तान को कोविड-19 कब्रिस्तान घोषित किया है. ये जगह रिंग रोड पर मिलेनियम पार्क के करीब स्थित है और इसे जदीद कुरुस्तान के नाम से जाना जाता है. बोर्ड का कहना है कि आपसे अनुरोध है कि इस बाबत जरूरी कार्रवाई करें और शवों के अंतिम संस्कार में मेडिकल स्टाफ की मदद करें.

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दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले 1578 पहुंचे, 32 की मौत

दिल्ली में कोरोना वायरस के बुधवार को 17 नए मामले सामने आए, जिसके बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 1578 पहुंच गई. इसके अलावा दो और लोगों ने संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया. दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या 32 हो गई है. कुल मामलें में से 1080 वे मरीज हैं जिन्हें विशेष अभियान के जरिए केंद्रों में लाया गया था.

सरकार ने मार्च में दिल्ली के निमाजुद्दीन इलाके में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित लोगों को पृथकवास में भेजने के लिए उपाय किए थे. दिल्ली में मंगलवार रात तक जानलेवा संक्रमण के 1561 मामले थे और 30 लोगों की मौत हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि 1578 मरीजों में से 40 इलाज के बाद ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे गई है जबकि एक देश से बाहर चला गया है.