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प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)
दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (DUTA) ने गेस्ट टीचर्स की स्थायी पदों पर नियुक्ति के संबंध में जारी सर्कुलर को लेकर गुरुवार को कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. DUTA ने शिक्षकों से कहा कि वह सभी आधिकारिक दायित्वों का बहिष्कार करें. यह विरोध प्रदर्शन यूनिवर्सिटी प्रशासन के उस निर्देश के बाद हो रहा है जिसमें सभी कॉलेजों को एड-हॉक (Ad-Hoc) टीचर्स की नियुक्ति करने पर रोक लगा दी थी. दरअसल, दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रिंसिपल एसोसिएशन (DUPA) ने कॉलेजों को एड-हॉक प्रोफेसरों की जगह ‘गेस्ट टीचर्स’ की नियुक्ति करने का फैसला लिया है. जिसका DUTA विरोध कर रहा है.
Ministry of Human Resource Development (MHRD) has called Delhi University Teachers' Association (DUTA) office bearers for discussion at 4:00 pm today. https://t.co/3QEtpX1ZOX
— ANI (@ANI) December 5, 2019
एड-हॉक शिक्षकों का रोका वेतन
शिक्षकों ने मांग की है कि DUPA या दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रिंसिपल एसोसिएशन 28 अगस्त, 2019 के उस सर्कुलर को वापस ले, जिसमें कहा गया है कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अब रिक्त पदों पर केवल अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जा सकती है. यूनिवर्सिटी में एड-हॉक पर काम कर रहे शिक्षकों की दुविधा को इस पत्र में शामिल किया गया है. वर्तमान में कुल 9000 टीचर्स दिल्ली यूनिवर्सिटी का हिस्सा हैं, जिसमें से 4500 एडहॉक हैं. इन शिक्षकों का वेतन भी रोक दिया गया है.
परीक्षाओं का करेंगे बहिष्कार
DUTA ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय और UGC से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है. उन्होंने सभी ad-hoc शिक्षकों को सम्मिलित (absorb) करने के नोटिस जारी करे. शिक्षक की मांग की है कि उनकी मांगों का जल्द समाधान निकाला जाए. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं कराईं तो शिक्षक सेमेस्टर परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे. शिक्षकों के इस फैसले से दिल्ली विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों के प्रभावित होने की संभावना है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो