Delhi News: राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम के बाहर अचानक से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. गृह मंत्रालय से मिले खुफिया इनपुट और दिल्ली पुलिस की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की सूचना के आधार पर स्टेडियम के बाहर भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. तालकटोरा स्टेडियम के बाहर सीआरपीएफ और बीएसएफ की कई कंपनियां तैनात की गई हैं. इनके अलावा दिल्ली पुलिस और महिला जवानों को भी मौके पर तैनात किया गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद है.
क्यों बढ़ाई गई तालकटोरा स्टेडियम के बाहर सुरक्षा?
दरअसल, तालकटोरा स्टेडियम में 'तहफ्फुज-ए-औकाफ कारवां' यानी वक्फ की हिफाजत नाम से एक जलसा किया जा रहा है. जिसे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्षता में किया जा रहा है. इस जलसे में करीब 180 मुस्लिम तंजीमें नए वक्फ कानून का विरोध दर्ज कराने के लिए तालकटोरा स्टेडियम में इकट्ठी हुई हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं.
इसके साथ ही प्रशासन और आयोजकों के बीच लगातार संपर्क बना हुआ है, जिससे कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से पूरा कराया जा सके. वहीं तालकटोरा स्टेडियम के बाहर तैनात किए गए सुरक्षा बलों के जवान लाठी और असॉल्ट राइफल जैसे हथियारों से लैस हैं. इसी के साथ प्रशासन ने भी मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे स्टेडियम परिसर के अंदर ही रहें और बाहर भीड़ इकट्ठा न करें.
क्या बोले खालिद सैफुल्लाह रहमानी?
इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि, "हम सरकार तक ये बात पहुंचाना चाहते हैं ये देश पार्टी के मेनिफेस्टो से नहीं चलेगा. देश को संविधान से चलाना चाहिए." उन्होंने आगे कहा नया वक्फ कानून संविधान के आत्मा पर चोट पहुंचाता है. हम सरकार को यही संदेश देना चाहते हैं कि देश के संविधान के हिसाब से उन्हें देश चलाना चाहिए.
वक्फ बचाओ सम्मेलन में शामिल होंगे ये लोग
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस कार्यक्रम के लिए कई विपक्षी नेताओं और सांसदों को भी आमंत्रित किया है. इस सम्मेलन में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद, सपा सांसद मोहेबुल्ला नदवी को भी बुलाया गया है. इनके अलावा खालिद सैफुल्लाह रहमानी, जमात ए इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदतुल्लाह हुसैनी, जमात ए इस्लामी हिंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मलिक मोहताशिम खान, अजमेर दरगाह के सज्जादानशीन सरवर चिश्ती, शिया धर्मगुरु कल्ब ए जवाद भी इस सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं.